हार के लिए बल्लेबाज जिम्मेदार: धोनी
२९ अगस्त २०१०दांबुला में फाइनल जीतने का भारतीय अभियान आखिरकार थम गया. इसी मैदान पर पिछले तीन फाइनल जीतने वाली भारतीय टीम को शनिवार को 74 रन की हार देखनी पड़ी. हार से मायूस भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा, ''हमारे बल्लेबाज फिर नाकाम रहे. पारी के बीच में हमने गलतियां की. क्रीज पर ज्यादा नहीं टिक पाए. अगर हमारे बल्लेबाजों के विकेट बचे होते तो लक्ष्य हासिल किया जा सकता था. हमें बाकी बचे चार पांच ओवर खेलने चाहिए थे.''
तीन देशों की वनडे सीरीज में टीम इंडिया की बल्लेबाजी बुरी तरह फ्लॉप साबित हुई. पांच मैंचों में टीम सिर्फ दो बार 200 रन के पार जा सकी. वीरेंद्र सहवाग को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज दांबुला के विकेट पर टिक नहीं सका. फाइनल में भी टीम पूरे 50 ओवर तक नहीं जम सकी.
धोनी ने श्रीलंकाई टीम की तारीफ की. उन्होंने कहा, ''हार से हमें दुख पहुंचा है लेकिन श्रीलंका ने अच्छा क्रिकेट खेला. उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी और गेंदबाजी की. पूरी सीरीज में श्रीलंका की टीम लगातार अच्छा खेल दिखाती रही. फाइनल में भी जो टीम अच्छा खेलती है, वही जीतती है. इससे मुझे कोई शिकायत नहीं है.''
भारतीय टीम में लगातार कुछ बदलाव भी किए गए. रोहित शर्मा, रवींद्र जडेजा, विराट कोहली और मुनाफ पटेल को मौके दिए गए. लेकिन रोहित, जडेजा और मुनाफ अपने चयन को सही साबित करने में नाकाम रहे. धोनी कहते हैं, ''दांबुला जैसी परिस्थितियां उपमहाद्वीप में और कहीं नहीं मिलती. इस लिहाज से देखा जाए तो सीखने के लिए यह एक अच्छी सीरीज रही.''
वहीं भारत को परास्त करने के बाद श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा ने अपनी टीम की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, ''पूरी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया. सलामी बल्लेबाजों ने अच्छी शुरूआत दी और गेंदबाजों ने लगातार भारत को कस कर रखा.'' शानदार शतक जड़ने वाले तिलकरत्ने दिलशान को 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया. दिलशान ने 110 रन जड़े.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार