अखबार के आखिरी एडीशन की तैयारी
९ जुलाई २०११रविवार के लिए अखबार का आखिरी एडीशन तैयार कर रहे पत्रकार भावुक और नाराज हैं. न्यूज कॉर्प की अधिकारी और अखबार की संपादक रह चुकीं रेबेका ब्रुक्स का कहना है कि जल्द ही कई और बातें भी सामने आएंगी. शनिवार को कर्मचारियों की एक बैठक में उन्होंने कहा, "आखिरकार लोगों को पता चल जाएगा कि कैसे गलतियां होते चली गईं और इसके लिए कौन जिम्मेदार है. कंपनी के लिए वह एक मुश्किल समय साबित होगा."
रेबेका ब्रुक्स उस समय अखबार की संपादक थीं जिस दौरान खबरों के लिए कथित रूप से फोन हैक किए गए. लेकिन ब्रुक्स ने इस बारे में कोई जानकारी होने से इनकार किया है. वैसे इस्तीफे का दबाव उन पर भी बढ़ रहा है. ब्रिटेन की पुलिस ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के पूर्व प्रवक्ता और न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के पूर्व संपादक एंडी कल्सन को गिरफ्तार कर लिया. 2007 में अखबार के एक संवाददाता और जासूस पर फोन हैकिंग के आरोपों के बाद कल्सन ने इस्तीफा दे दिया था लेकिन बाद में वह कैमरन की टीम में शामिल हुए.
कैमरन की सफाई
डेविड कैमरन ने शुक्रवार को आनन फानन में प्रेस कांफ्रेंस बुलाई और वॉयसमेल हैकिंग के आरोपों की जांच की घोषणा की. न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के पूर्व संपादक एंडी कल्सन को अपनी टीम में शामिल किए जाने के फैसले का डेविड कैमरन बचाव करते दिखाई दिए. विपक्षी लेबर पार्टी का कहना है कि सबूतों को नष्ट किए जाने से पहले यह जरूरी है कि जांच के लिए जज की नियुक्ति की जाए, ताकि जांच का काम जल्द शुरू हो सके. लेबर पार्टी उन रिपोर्टों की ओर ध्यान खींचने की कोशिश में है जिनके मुताबिक ईमेल को रिकॉर्ड से मिटाया जा रहा है.
वहीं प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के प्रवक्ता का कहना है कि सरकार तेजी से कार्रवाई कर रही है, "हमने चीफ जस्टिस से बात कर ली है और वही जज का का नाम सुझाएंगे." सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक अगर सबूतों को नष्ट किए जाने की बात साबित होती है तो यह आपराधिक मामला बनेगा. ब्रिटेन के प्रतिष्ठित अखबार गार्डियन में छपी खबर के अनुसार न्यूज इंटरनेशनल के एक अधिकारी पर संदेह है कि उन्होंने रिकॉर्ड से लाखों ईमेल मिटा दिए हैं ताकि जांच में बाधा खड़ी की जा सके.
मुश्किल में मर्डोक
न्यूज इंटरनेशनल ने ऐसे आरोपों को बकवास करार दिया है. उसका कहना है कि पुलिस के साथ पूरा सहयोग किया जा रहा है और सबूतों को नहीं मिटाया गया है. रुपर्ट मर्डोक की न्यूज कॉर्प ब्रिटेन में सैटेलाइट ब्रॉडकास्टिंग कंपनी बीस्काईबी के 61 फीसदी शेयर खरीदना चाहती है लेकिन ब्रिटेन में विपक्ष का कहना है कि ऐसा होना पर उसका प्रभाव बहुत बढ़ जाएगा जिसके चलते इस समझौते की इजाजत न देने का दबाव है.
खबरों को खोज निकालने के मकसद से न्यूज ऑफ द वर्ल्ड पर सेलेब्रिटिज और नेताओं के वॉयसमेल हैक किए जाने के आरोप लगते रहे हैं. लेकिन हैकिंग स्कैंडल कुछ दिन पहले अपने चरम पर पहुंच गया जब यह आरोप लगा कि 2002 में गुमशुदा बच्ची मिली डाउलर के वॉयसमेल को न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के पत्रकारों ने सुना. और अकाउंट भरने पर कुछ मैसेज को मिटा दिया गया ताकि और वॉयसमेल आ सकें. बाद में पता चला कि इस बच्ची की हत्या हो गई.
इस घटना के अलावा लड़ाई में मारे गए ब्रिटेन के सैनिकों और लंदन बम धमाकों के पीड़ितों के वॉयसमेल हैक किए जाने की रिपोर्टें सामने आईं, जिससे लोगों में भारी नाराजगी है और कई बड़ी कंपनियों ने अपने विज्ञापन अखबार से वापस ले लिए. ब्रिटेन में 1960 में मीडिया कारोबार की नींव डालने वाले रुपर्ट मर्डोक के रविवार सुबह लंदन पहुंचने की उम्मीद है. मीडिया विश्लेषकों का मानना है कि न्यूज कॉर्प के ब्रिटिश मीडिया में दबदबे के खतरे को देखते हुए बीस्काईबी के साथ 14 अरब डॉलर का संभावित समझौता खटाई में पड़ सकता है.
लेकिन यह मामला सिर्फ पत्रकारीय मूल्यों के साथ खिलवाड़ करने का नहीं है. अखबार पर यह भी आरोप है कि पुलिस से जानकारी लेने के लिए उन्हें पैसे का भुगतान किया गया. पुलिस ने इस सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया है. फोन हैकिंग के आरोप झेलने वाले एक अन्य अखबार डेली स्टार पर भी छापे की कार्रवाई हुई है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए जमाल