अरब लीग ने सीरिया को एक दिन का समय दिया
२४ नवम्बर २०११अरब लीग में मिस्र के प्रतिनिधि अफीफी अब्देल वहाब ने मंगलवार को काहिरा में यह बात कही. सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार के खिलाफ विद्रोह कर रहे प्रदर्शनकारियों और सेना के बीच संघर्ष में संयुक्त राष्ट्र के अनुसार 3500 लोग मारे गए हैं. आर्थिक प्रतिबंधों में विमान सेवा पर रोक और केंद्रीय बैंक के साथ कारोबार रोकना शामिल हो सकता है.
उधर इलाके में रहने वाले लोगों ने कहा है कि सीरियाई सेना ने राजधानी दमिश्क और अलेप्पो के बीच सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हाइवे पर भगोड़े सैनिकों के ठिकानों पर हमला किया है. करीब 50 टैंकों और बख्तरबंद गाड़ियों ने रास्तान शहर के पास विद्रोहियों से जा मिले सैनिकों पर मोर्टार और मशीनगनों से हमला किया.
राष्ट्रपति असद के खिलाफ आठ महीने पहले विद्रोह शुरू होने के बाद से हजारों सैनिक विद्रोहियों से जा मिले हैं. उनकी टुकड़ियां फ्री सीरियन आर्मी से जा मिली है जिसका नेतृत्व भागकर सीरिया चले गए सैनिक अधिकारी कर रहे हैं.
सरकार विरोधियों के खिलाफ बल प्रयोग के कारण अरब लीग ने काहिरा में सीरिया के खिलाफ प्रतिबंधों पर विचार किया. अरब लीग ने सीरिया को सदस्यता से निलंबित कर दिया है. सीरिया ने संघर्ष रोकने की लीग की एक योजना को नजरअंदाज कर दिया था और उसे लागू नहीं किया. एक वरिष्ठ राजनयिक ने कहा कि सीरिया ने स्थिति को शांत करने में योगदान नहीं दिया है. इस बार इराक ने कहा है कि दमिश्क सरकार ने पर्यवेक्षकों को देश के अंदर आने की अनुमति देने की तैयारी व्यक्त की है, लेकिन सरकारी सूत्रों ने दमिश्क में इसकी पुष्टि करने से इंकार किया.
इस बीच यूरोपीय संघ सीरिया के खिलाफ प्रतिबंधों को कड़ा करने पर विचार कर रहा है. फ्रांस ने एक सुरक्षा क्षेत्र बनाने का प्रस्ताव दिया है. विदेश मंत्री अलाँ जुप्पे ने पैरिस में कहा कि यह कॉरीडोर या तो दमिश्क सरकार की सहमति से या संयुक्त राष्ट्र और अरब लीग जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठन द्वारा बनाया जा सकता है. जुप्पे ने सीधे सैनिक हस्तक्षेप से इंकार किया है.
रिपोर्ट: रॉयटर्स/महेश झा
संपादन: एन रंजन