औरंगजेब के जमाने के कुरान की नीलामी
३ सितम्बर २०१०14.50 सेंटीमीटर लंबी और 24 सेंटीमीटर चौड़ी ये पाण्डुलिपि भारत के मुगल शासकों की धरोहर का एक हिस्सा है. कुरान की यह पाण्डुलिपि औरंगजेब के शासनकाल के दौरान लिखी गई थी. बताया जाता है कि इसके कुछ हिस्से खुद मुगल बादशाह औरंगजेब ने ही लिखे. गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक यह प्रति जर्मनी के शहर बामबर्ग में नीलाम की जाएगी.
इसके वर्तमान मालिक को यह कुरान अपने परदादा से मिला जो उत्तरी भारत के तत्कालीन अवध के गवर्नर थे. नाम सार्वजनिक न करने की शर्त पर पाण्डुलिपि के मालिक ने बताया कि इस पर सोना जड़ा हुआ है और इसका कागज चावल से बनाया गया है. इसकी स्याही भी खास तरीके से बनी है. इसमें माणिक, रक्तमणि जैसे कई मूल्यवान पत्थर जड़े हैं.
इस पाण्डुलिपि को नीलाम करने वाली कंपनी श्टेफान सेब ने बताया कि इसकी नीलामी 1,153 अमेरिकी डॉलर यानी करीब 54 हज़ार रुपये से शुरू होगी. कंपनी के मुताबिक, "ये पाण्डुलिपि बहुत ही दुर्लभ है और यह औरंगज़ेब की है. उम्मीद करते है कि अक्तूबर में नीलामी के दौरान हमें इसकी अच्छी कीमत मिलेगी."
कंपनी ने बताया कि इसी तरह की एक पाण्डुलिपि 2006 में ब्रुनेई के सुल्तान ने एक करोड़ अमेरिकी डॉलर में खरीदी थी, जबकि एक अन्य 40 लाख 30 हज़ार डॉलर में बिकी.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम
संपादनः ए कुमार