इस हफ्ते जर्मन कजाख क्वालिफायर
२० मार्च २०१३कीसलिंग 2010 के विश्वकप में उरुग्वे के खिलाफ तीसरे स्थान के लिए हुए मैच के बाद से राष्ट्रीय टीम के लिए नहीं खेले हैं. लोएव के ताजा फैसले के बाद बायर लेवरकूजेन के लिए खेलने वाले कीसलिंग ने कहा कि वे ट्रेनर का संदेश समझ गए हैं. "उन्होंने जिस तरह की टिप्पणियां की हैं, और जिस तरह मामले को सामने रखा है, मैं बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं रखता हूं. मेरे लिए यह ठीक है, मामला खत्म है."
लोएव के ट्रेनर रहते हुए राष्ट्रीय टीम में खेलने की उम्मीद छोड़ चुके कीसलिंग नेशनल टीम के कैडर से इस्तीफा नहीं देने जा रहे हैं. इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "आखिर क्यों? फुटबॉल में सब कुछ बहुत जल्द हो सकता है. लेकिन उनके साथ मैं कोई मौका नहीं देखता."
शुक्रवार और मंगलवार को होने वाले वर्ल्ड कप क्वालिफिकेशन मैचों के लिए लोएव ने कीसलिंग को अंतिम टीम में शामिल नहीं किया और कहा कि वे अलग अंदाज के खिलाड़ियों को खेलाना चाहते हैं. कीसलिंग को टीम में शामिल न करने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि कभी कभी अंतरराष्ट्रीय मैचों में घरेलू लीग से ज्यादा दबाव होता है. कीसलिंग ने इस सीजन में लेवरकूजेन के लिए 16 गोल किए हैं. सबसे ज्यादा गोल करने वाले रॉबर्ट लेवांडोव्स्की ने 19 गोल किए हैं.
कजाखस्तान में मैच नकली घास पर खेला जाएगा और लोएव के लिए सवाल यह होगा कि अस्ताना में रात को होने वाले गेम में स्ट्राइक में वे मारियो गोएत्से को लें या मारियो गोमेज को. लोएव के डिप्टी हांजी फ्लिक कहते हैं, "यह एक संभावना है कि मारियो गोएत्से को आगे खेलने दिया जाए." लेकिन अभी फैसला नहीं हुआ है. ट्रेनिंग के बाद इस बात का फैसला होगा कि फॉरवर्ड में कौन खेलेगा.
कजाखस्तान भले ही कोई बहुत तगड़ी टीम न हो लेकिन फिलहाल लोएव की एक चिंता घायल खिलाड़ी भी हैं. टोनी क्रूस, लार्स और स्वेन बैंडर ने मना कर दिया है, गोल पोस्ट पर सटीक हमले करने वाले मिरोस्लाव क्लोजे घायल हैं,जबकि सामी केदिरा को पहले ही दिन घायल होने के कारण ट्रेनिंग छोड़नी पड़ी. लुकास पोडोल्स्की और बास्टियान श्वाइश्टाइगर ट्रेनिंग के लिए आए ही नहीं.
पोडोल्स्की प्रतिबंधित मार्को रॉयस की जगह पर लेफ्ट आउट में खेल सकते थे, लेकिन वे भी चोटिल हैं. उप कप्तान श्वाइनश्टाइगर मांशपेशियों की समस्या से जूझ रहे हैं. दोनों ने ट्रेनिंग का पहला दिन होटल में फिटनेस ट्रेनिंग में बिताया. माट्स हुमेल्स और होल्गर बाडश्टूबर भी घायल हैं और उनकी जगह पेर मैर्टेसआकर डिफेंस की जिम्मेदारी संभालेंगे.
जर्मनी इस समय 4-2-3-1 की रणनीति से खेलता है, लेकिन लोएव चाहते हैं कि 2014 में ब्राजील में होने वाले वर्ल्ड कप तक जर्मन टीम भी फॉल्स 9 के स्पेनी सिस्टम की आदत लगा ले. 6-4-0 के फॉर्मेशन वाले इस सिस्टम में एक जाली फॉरवर्ड होता है जिसका काम विपक्षी सुरक्षा पंक्ति को चकमा देना है. नीदरलैंड में हुए टेस्ट गेम (0-0) में गोएत्से ने जर्मनी के लिए छुपे हुए स्ट्राइकर की भूमिका निभाई थी जबकि इस साल फ्रांस के खिलाफ गेम में गोमेज को बदले जाने के बाद मेसुत ओएजिल अगली कतारों में खेले. लोएव का मानना है कि खासकर नकली घास पर होने वाले मैच में कंबिनेशन गेम की जरूरत है. फ्रैंकफुर्ट में चल रही ट्रेनिंग में जर्मन खिलाड़ी इसका अभ्यास कर रहे हैं.
लोएव ने अपने खिलाड़ियों को अगले दो मैचों से छह प्वाइंट लाने की जिम्मेदारी सौंपी है. जर्मन टीम चाहती है कि क्वालिफिकेशन राउंड में उसकी हालत अच्छी रहे ताकि सितंबर में शुरू होने वाले अंतिम राउंड में जर्मन मजबूत स्थिति में हो. 15 अक्टूबर को स्टॉकहोम में स्वीडन के खिलाफ होने वाले मैच में वर्ल्ड कप में जाने का फैसला हो, यह जर्मन ट्रेनर नहीं चाहते.
एमजे/ओएसजे (डीपीए)