केविन ओ ब्रायन को रन आउट करना चाहते हैं धोनी
६ मार्च २०११धोनी चाहते हैं कि टीम इंडिया के खिलाड़ी अपनी फील्डिंग चुस्त दुरूस्त कर लें ताकि आयरलैंड के बल्लेबाजों को रन बनाने से रोका जा सके. आयरलैंड के केविन ने पिछले मैच में इंग्लैंड के खिलाफ महज 63 गेंदों में 113 रन बनाए. इसके बाद भी इंग्लैंड के गेंदबाज तो उन्हें आउट नहीं कर सके पर एक जोखिम भरा रन पूरा करने की कोशिश में केविन रन आउट हो गए. अब धोनी इसी दांव को दोबारा आजमाने की कोशिश में हैं. रविवार को आयरलैंड भारत से भिड़ने जा रहा है. मैच से एक दिन पहले धोनी ने पत्रकारों से हंसते हुए कहा, "वह रन आउट हुए और इस मैच में भी हम उन्हें रन आउट करने की कोशिश करेंगे."
वैसे मजाक की बात छोड़ दें तो भारतीय खिलाड़ियों को वास्तव में ज्यादा पसीना बहाने की जरूरत है क्योंकि टीम इंडिया की फील्डिंग अभी तक लचर ही रही है. भारत के पास दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों की कतार है लेकिन फील्डिंग का खराब होना उनके लिए चिंता की बात है. कैच छूटना और रन आउट करने के मौकों का हाथ से निकलना भारतीय टीम को हर मैच में 15 से 20 रनों की कीमत के रूप में सामान्य रूप से सामने आता है और कई बार तो ये कीमत काफी बड़ी भी हो जाती है.
वैसे कप्तान धोनी ने इस मौके पर टीम इंडिया की कमियों की बात करने की बजाय केविन की तारीफ में कसीदे कढ़े. धोनी ने कहा, "उन्होंने बिल्कुल शुरुआत से ही बहुत अच्छी बल्लेबाजी की और गेंदबाजों के पीछे पड़े रहे. बड़ी बात ये है कि आखिर में भी पूरे जोश से डटे रहे जिसकी तब बेहद जरूरत थी."
बुधवार को इंग्लैंड पर आयरलैंड की चमत्कारिक जीत ने मजबूत टीमों को भी जैसे नींद से जगा दिया है. वैसे धोनी कहते हैं कि 2007 में बांग्लादेश से मिली हार ने उनकी टीम को सबक सिखा दिया. धोनी ने कहा, "मैंने कभी नहीं कहा कि वर्ल्ड कप में कोई टीम कमजोर है क्योंकि अगर आपको 2007 में बांग्लादेश से मिली पराजय याद हो तो आप ये गलती कभी नहीं करेंगे."
मैच के बारे में धोनी ने कहा कि उनके पास सभी 15 खिलाड़ी मौजूद हैं और उन्होने ये तय नहीं किया है कि रविवार को तीन तेज गेंदबाज और एक फिरकी गेंदबाज के साथ खेलेंगे या दोनों तरह के दो दो गेंदबाजों के साथ.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए कुमार