कोच्चि को हरी झंडी, खेलेगा आईपीएल 4
५ दिसम्बर २०१०भारतीय क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई की आईपीएल गवर्निंग काउंसिल रविवार को हुई अहम बैठक में कोच्चि को टूर्नामेंट में हिस्सा लेने की अनुमति दी. आईपीएल प्रशासन ने पिछले हफ्ते कोच्चि की टीम को तीसरी बार मामला सुलझाने का अल्टीमेटम दिया था.
बीसीसीआई सचिव एन श्रीनिवासन ने एक बयान जारी कर कहा, "आज की बैठक के बाद आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि कोच्चि ने बीसीसीआई के नोटिस का संतोषजनक जवाब दिया है. इसके साथ ही फैसला किया गया है कि कोच्चि क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड 2011 और इसके बाद की आईपीएल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेगा."
कोच्चि को आईपीएल 4 में खेलने की इजाजत देने का फैसला बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि हाल ही में बीसीसीआई ने आईपीएल की दो दूसरी टीमों राजस्थान रॉयल्स और किंग्स एलेवन पंजाब को आईपीएल से निलंबित कर दिया है.
आईपीएल की दूसरी सबसे महंगी टीम बनने के सात महीने के अंदर ही इस बात का खतरा गहरा गया था कि कोच्चि को टूर्नामेंट से निकाल बाहर किया जाएगा. लेकिन मालिकों ने आखिरी वक्त में जोर लगा कर विवाद को सुलझा लिया. सुलह से पहले एक बार कोच्चि के मालिकों ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड को पत्र लिख कर कहा था कि वे आईपीएल से हटना चाहते हैं. कोच्चि टीम को इसी साल 1533.33 करोड़ रुपये में खरीदा गया.
बीसीसीआई ने 10 अक्तूबर को आईपीएल 1 की विजेता राजस्थान रॉयल्स और किंग्स एलेवन पंजाब को कॉन्ट्रैक्ट से जुड़े विवाद की वजह से आईपीएल से निलंबित कर दिया. इसके बाद कोच्चि को नोटिस जारी कर एक महीने का समय दिया गया कि वह अपने मामले को हल कर ले.
कोच्चि में एंकर अर्थ, परीनी डेवलपर्स, रोजी ब्लू और फिल्म वेव के 74 प्रतिशत शेयर हैं, जबकि बाकी के 26 प्रतिशत शेयर गायकवाड़ परिवार के पास है. शेयर शैलेन्द्र गायकवाड़, उनके भाई रवि गायकवाड़ और उनके मां बाप के नाम है, जो रेंदूवू स्पोर्ट्स के जरिए कंपनी में लगा है. इसी 26 प्रतिशत सेयर पर विवाद था क्योंकि दूसरे निवेशक गायकवाड़ परिवार को खुला हाथ नहीं देना चाहते थे.
गायकवाड़ परिवार ने आखिरकार अपना अड़ियल रवैया छोड़ दिया और इसके साथ ही कोच्चि का संकट खत्म हो गया. अगले साल वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप खत्म होने के छह दिन बाद से ही आठ अप्रैल को भारत में आईपीएल टूर्नामेंट शुरू हो रहा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः एस गौड़ो