क्रिकेट कूटनीति से आए भारत पाक करीब
३१ मार्च २०११मोहाली में सेमी फाइनल का मैच देखते हुए मनमोहन सिंह और यूसुफ रजा गिलानी ने आपसी संबंधों पर चर्चा की. 'मोहाली स्पिरिट' के तहत दोनों नेता आपसी संपर्क को और बेहतर बनाना चाहते हैं और कई स्तरों पर साझेदारी शुरू करना चाहते हैं. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री गिलानी ने पाकिस्तान से उनके साथ आई मीडिया को बताया कि मनमोहन सिंह के साथ बातचीत सकारात्मक रही और भारत के साथ सारे अहम मुद्दों पर बातें हुई हैं.
भारत की विदेश सचिव निरुपमा राव ने पत्रकारों को बताया कि मनमोहन सिंह और गिलानी एक दूसरे के देशों को समझने के लिए बातचीत जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि दोनों देश अपने घावों को भरने में लगे हुए हैं और 2011 एक अच्छी भावना के साथ शुरू हुआ है. भारत पाक डायलॉग के तहत संबंधों को सामान्य बनाने की कोशिश की जाएगी और इसे कायम रखने के लिए उपाय ढूंढे जाएंगे.
राव ने आश्वासन दिया कि पाकिस्तान के साथ बातचीत में 2008 के मुंबई हमलों को भुलाया नहीं जाएगा. राव के मुताबिक सिंह ने गिलानी से कहा है कि अहिंसा और आतंकवाद से आजाद माहौल में ही संबंध अच्छे हो सकते हैं. भारत चाहता है कि मुंबई हमलों में आतंकवादियों को लेकर जो सबूत पाकिस्तान को मिले हैं, उनका सही तरह इस्तेमाल कर आरोपियों को सजा दिलाई जाए. नई दिल्ली में पाकिस्तान और भारतीय गृह सचिवों ने भी अपनी बैठक में मुंबई हमलों का मुद्दा उठाया है.
राव ने कहा कि गृह सचिवों की बैठक के बाद दोनों देशों के वाणिज्य सचिव भी मिलेंगे जिसके बाद रक्षा सचिवों, विदेश सचिवों और विदेश मंत्रियों की मुलाकात तय की जाएगी. साथ ही लोक सभा की अध्यक्ष मीरा कुमार और उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के भी पाकिस्तान दौरे की योजना बन रही है. गिलानी ने मनमोहन सिंह से दोनों देशों के बीच क्रिकेट सीरीज को दोबारा शुरू करने की भी बात कही है.
रिपोर्टः पीटीआई/एमजी
संपादनः एन रंजन