जर्मन ग्रां प्री में लहराया हैमिल्टन का परचम, फेटल पस्त
२४ जुलाई २०११फॉर्मूला वन में जर्मन ग्रां प्री से इस तरह के नतीजों की उम्मीद शायद ही किसी को रही होगी. एक तरफ मैक्लारेन के हैमिल्टन ने बाजी मारी तो दूसरी तरफ फेटल टॉप थ्री में भी नहीं शामिल हो सके और चौथे नंबर पर हांफते नजर आए. दूसरा नंबर फेरारी के फर्नांडो अलोंसो ने हासिल किया जबकि तीसरे नंबर पर रेड बुल के मार्क वेबर का नाम लिखा गया. वेबर ने इस रेस के लिए पोल पोजिशन भी हासिल की थी.
ब्रिटिश ड्राइवर हैमिल्टन ने मार्क वेबर के बाद दूसरे नंबर से शुरुआत की और ओपनिंग कॉर्नर से ही रेडबुल के ड्राइवर को पीछे छोड़ते हुए आगे निकल गए. ये बढ़त काम की साबित हुई जो पूरे रेस के दौरान हैमिल्टन, वेबर और अलोंसो के बीच झूलती रही. आखिरी स्टॉप से पहले हैमिल्टन अपनी बढ़त को अपने पास वापस लाने में कामयाब हुए और जीत का सेहरा अपने सिर बांध लिया. रेस पूरी करने में हैमिल्टन ने 1 घंटा 37 मिनट 30.334 सेकेंड का समय लिया.
26 साल के हैमिल्टन के लिए ये इस साल की दूसरी और पूरे करियर की सोलहवीं जीत है. 2008 में फॉर्मूला वन के चैंपियन रहे हैमिल्टन ने ज्यादा वक्त तक रेस को अपने हाथ में रखा लेकिन आखिर में उन्हें संघर्ष करना पड़ा. उनके प्रतिद्वंद्वी फर्नांडो अलोंसो उनसे बस 3.9 सेकेंड ही पीछे रहे. दो बार के फॉर्मूला वन चैंपियन और दो हफ्ते पहले ब्रिटिश ग्रां प्री जीतने वले अलोंसो ने रेडबुल के मार्क वेबर और उनके टीम साथी सेबास्टियन फेटल को आखिरी वक्त में ही झटका दिया और दूसरे नंबर पर काबिज हो गए. हालांकि इस रेस में अच्छा प्रदर्शन न कर पाने के बावजूद इस साल के चैंपियन की दौड़ में फेटल अपने प्रतिद्वंदियों से काफी आगे हैं. इस सीजन के लिए उनके 216 अंको के सामने वेबर के 139, हैमिल्टन के 134 और अलोंसो के 130 अंक कहीं नहीं टिकते.
फेरारी के ही फिलिपे मासा पांचवे नंबर पर रहे और फोर्स इंडिया के जर्मन ड्राइवर एड्रियान सुतिल को छठा स्थान नसीब हुआ. सातवें स्थान पर मर्सिडीज के निको रोजबर्ग थे तो आठवें नंबर पर सात बार के फॉर्मूला वन चैंपियन मिशाएल शूमाकर. भारतीय ड्राइवर करुण चंडोक इस रेस में 20वें नंबर पर रहे.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए कुमार