जर्मन बेकरी कांड में भी हेडली का हाथ!
१ जून २०११शिकागो की अदालत में संदिग्ध आतंकवादी तहव्वुर हुसैन राना की सुनवाई के दौरान हेडली ने बताया कि उसने पुणे की जर्मन बेकरी का एक वीडियो भी तैयार किया. इस बेकरी पर 13 फरवरी, 2010 को बम हमला हुआ, जिसमें कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई और 60 घायल हो गए. हालांकि जब बेकरी पर हमला हुआ, उस वक्त तक हेडली गिरफ्तार किया जा चुका था.
हेडली ने अपनी गवाही पूरी कर दी है. इस दौरान उसने बताया कि उसने पुणे, दिल्ली और पुष्कर के छाबड़ हाउसों का भी दौरा किया और उन्हें निशाना बनाए जाने की योजना थी. पुणे में जर्मन बेकरी छाबड़ हाउस और ओशो के एक प्रतिष्ठान के पास स्थित है. बताया जाता है कि पाकिस्तान स्थित लश्कर ए तैयबा ने इंडियन मुजाहिदीन के साथ मिल कर वहां हमला किया.
फिल्म भी बनानी थी
शुरू में हेडली ने एफबीआई से कहा था कि उसने जर्मन बेकरी का दौरा नहीं किया था लेकिन बाद में भारतीय की नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) से पूछताछ के दौरान उसने इस बात को कबूल कर लिया.
50 साल के हेडली को 2009 में उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वह अमेरिका से पाकिस्तान फरार होने की कोशिश कर रहा था. उसने मुंबई के आंतकवादी हमलों के सिलसिले में 12 आतंकवादी आरोपों को स्वीकार कर लिया है.
हेडली ने यह भी बताया कि वह अपने जीवन को आधार बना कर एक किताब लिखने और एक फिल्म बनाने की योजना बना रहा था. राना के वकील पैट्रिक ब्लेगन ने बताया कि यह बात हेडली ने अपनी एक पत्नी को भी बताई थी. हेडली ने कहा, "अगर मैं किताब लिखता तो बहुत पैसा कमा सकता था."
राना को बेवकूफ बनाया
हेडली ने कहा कि उसने धोखे से अपने दोस्त तहव्वुर राना को 26/11 की साजिश में शामिल कर लिया और उसे बेवकूफ बना दिया. उसने कहा, "मैंने उसे बेवकूफ बना कर इसमें शामिल किया. उस बेचारे को इस बारे में कुछ पता नहीं था. मैं उसे बेवकूफ बना कर उन बातों में शामिल करता रहा, जो मैं कर रहा था. उसे मैंने पूरी तरह बेवकूफ बना दिया."
हेडली ने आतंकवाद के मामले स्वीकार कर लिए हैं लेकिन राना ने इनमें शामिल होने से इनकार कर दिया है. बचाव पक्ष के वकीलों का दावा है कि हेडली ने झूठ बोल कर राना को पूरे मामले में फंसा दिया ताकि उसकी जान बच सके. राना के वकीलों ने भी हेडली से पूछताछ की. दोनों को 26 नवंबर, 2008 के मुंबई के आतंकवादी हमलों में आरोपी बनाया गया है, जिसमें 166 लोगों की जान चली गई.
हेडली को पछतावा
हेडली ने इस बात को भी माना कि वह चोरी छिपे राना के घर के इंटरनेट से रिसर्च कर रहा था. राना के वकील ब्लेगन ने कहा, "जैसा कि हमें लग ही रहा था, इस व्यक्ति का अतीत बेहद मुश्किल भरा रहा है. यह तो भला है कि उसने हमारे सवालों का सही जवाब दे दिया क्योंकि हमारे पास उसके दावों को खारिज करने के लिए कई दस्तावेज हैं. उसने पहले भी कई बार झूठ बोला है."
जब ब्लेगन ने पूछा, "क्या तुम्हें अपने किए पर पछतावा हो रहा है." तो हेडली ने कहा, "जी हां. मुझे बुरा लग रहा है कि मैंने जो सोचा और उसे अंजाम देने के लिए जो कुछ किया, वह ठीक नहीं था."
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः ए कुमार