टूर दे फ्रांस को मिला पहला ऑस्ट्रेलियाई चैंपियन
२४ जुलाई २०११कैडल इवांस की ऐतिहासिक जीत ने ऑस्ट्रेलिया को दुनिया का 12वां ऐसा देश बनने का गौरव दिया है जिसके सिर पर टूर दे फ्रांस का सेहरा सजा है. बीएमसी के टीम लीडर इवांस 2007 और 2008 में रनर रहे थे. इस जीत के साथ ही उन्होंने टूर दे फ्रांस में पिछले पांच साल से बजती चली आ रही स्पेन की दुंदुभी को खामोश कर दिया है. अंतिम 21वें चरण में चैम्प एलिसी में पीली जर्सी का जलवा रहा और उनके आस पास कोई नहीं पहुंच सका.
लियोपार्ड ट्रेक के एंडी श्लेक इवांस से 1 मिनट 34 सेकेंड पीछे रह कर दूसरे नंबर पर आए जबकि फ्रैंक श्लेक उनसे ढाई मिनट पीछे रह कर तीसरे नंबर पर आए. उनके पीछे फ्रांस के थॉमस वोएक्लेर और उनके बाद पिछली बार के विजेता स्पेन के अल्बर्टो कॉन्टाडोर थे.
जीत के बाद इवांस ने कहा, "कुछ लोगों ने मुझमें भरोसा किया और मैंने खुद पर भरोसा किया. ये एक बहुत लंबी प्रक्रिया रही है और मुझे यकीन करने में बहुत वक्त लगा कि मैंने सचमुच इसे पा लिया है."
श्लेक बंधु दुनिया के पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जो पोडियम पर एक साथ खड़े हुए. सिर्फ इतना ही नहीं एंडी श्लेक टूर दे फ्रांस में लगातार तीन साल से उपविजेता बन रहे हैं. रविवार को पूरा हुआ 95 किलोमीटर का आखिरी चरण टूर दे फ्रांस में इस साल का सबसे छोटा चरण था. रेस शुरू होने से पहले नॉर्वे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई.
ऑस्ट्रेलिया दुनिया में तीसरा गैर यूरोपीय देश है जिसने ये खिताब जीता है. अब तक हुए 98 मुकाबलों में 38 बार फ्रांस को कामयाबी मिली है. इसके अलावा बेल्जियम ने 18, स्पेन ने 13, अमेरिका 10, इटली 9, लग्जमबर्ग 4, नीदरलैंड्स 2 और जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, आयरलैंड ने एक एक बार ये खिताब हासिल किया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए कुमार