तेंदुलकर का विकेट पाकर खुश हैं पटेल
६ नवम्बर २०१०दिन का खेल खत्म होने के बाद वेलिंगटन में पैदा हुए 30 साल के पटेल ने कहा, "मैं सचिन का विकेट लेकर बेहद खुश हूं. यह मेरे करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि है." सचिन के इस विकेट के गिरने के बाद भारत के विकेट तेजी से गिरे और भारत की पारी 487 रन पर खत्म हो गई. पटेल ने भारत के कुल तीन विकेट झटके.
गुरुवार को मैच के पहले दिन पटेल को एक भी कामयाबी नहीं मिली. उन्होंने 13 ओवर फेंके जिनमें 79 रन देने के बावजूद वह कोई विकेट नहीं ले पाए थे. शुक्रवार को खेल के दूसरे दिन वह नई ऊर्जा के साथ मैदान पर आए अपने कप्तान डेनियल वेटोरी के साथ मिलकर भारतीय बल्लेबाजों को रोकने में कामयाब रहे. इन दोनों की गेंदबाजी की बदौलत ही तीन विकेट खोकर 329 पर पहुंच चुका भारत 487 पर ऑल आउट हो गया.
भारतीय माता पिता की संतान जीतेन पटेल ने बताया कि खेल के दूसरे दिन उनकी कामयाबी की वजह आत्मविश्वास रहा. साथ ही उन्होंने अपने रन अप में कुछ बदलाव किए और मानसिक रूप से भी खुद को तैयार किया.
पटेल ने कहा, "गुरुवार को मैंने गेंद फेंकने में बहुत ज्यादा मेहनत लगाई. शुक्रवार को जब मैं बॉल फेंकने आया तो मैंने खुद को बताया कि मैं कहां खड़ा हूं. मैंने अपना रन अप छोटा किया. मेरा मकसद गेंद को खाली निकालना और बल्लेबाज पर दबाव बनाना था."
11 टेस्ट मैचों में 37 विकेट लेने वाले पटेल मानते हैं कि अहमदाबाद टेस्ट अब दिलचस्प मोड़ पर है और न्यूजीलैंड को हर हाल में कम से कम पांच सेशन तक क्रीज पर टिके रहना होगा. उन्होंने कहा, "मैंच दिलचस्प है. हमें एक बढ़िया मौका मिला है. हमें पांच सेशन तक बैटिंग करनी होगी. धीरे धीरे विकेट धीमे गेंदबाजों को मदद करने लगेगी"
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार