फुटबॉल खिलाड़ी को फैन की धमकी
६ सितम्बर २०१२हूलिगन फैंस की धमकियों से परेशान केविन ने पिछले दिनों कोलोन क्लब से अपना करार रद्द करने को कहा. क्लब ने केविन की मदद करने के बदले उनकी बात मान ली और उन्हें तंग करने वालों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया. जर्मनी की राष्ट्रीय टीम के कोच योआखिम लोएव और जर्मन फुटबॉल संघ ने इस घटना पर चिंता जताई है जबकि खिलाड़ियों के ट्रेड यूनियन और पुलिस ने चेतावनी दी है. जर्मन कोच ने कहा है, "मैं इसे अस्वीकार्य मानता हूं कि ऐसा कुछ हो सकता है." राष्ट्रीय टीम के मैनेजर ओलिवर बीयरहोफ ने कहा, "हमें इसके खिलाफ स्पष्ट कदम उठाने होंगे."
खिलाड़ियों के ट्रेड यूनियन के प्रमुख ऊल्फ बारानोव्स्की ने स्थिति बिगड़ने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि यह नहीं हो सकता कि खिलाड़ियों को आपराधिक तरीके से धमकाया जाए. उन्होंने कहा कि यह भी नहीं हो सकता कि हिंसक अपराधी क्लबों के खिलाड़ी तय करें. उन्होंने कहा, "यदि यही चलता रहा तो जल्द ही हमारे यहां मेक्सिको जैसी हालत होगी, जहां खिलाड़ियों को मार डाला जाता है."
खिलाड़ियों के ट्रेड यूनियन का कहना है कि जर्मन फुटबॉल में भी हिंसा बढ़ रही है. कारों को खरोंच दिया जाता है, एक खिलाड़ी का पांव तोड़ दिया तो एक खिलाड़ी की डिस्को के बाद नाक तोड़ दी गई. ड्रेसडेन में धमकी के लिए 11 कब्र खोद दिए गए. संकोच की सीमा घटती जा रही है. बारानोव्स्की कहते हैं, "जब गुंडे खिलाड़ियों के घर के सामने खड़े होते हैं, कार को खरोंच देते हैं या परिवार वालों को धमकी देते हैं तो यह बहुत गंभीर स्थिति होती है."
कोलोन के फुटबॉल क्लब का कहना है कि उसने पेत्सोनी का ख्याल रखने के अपने कर्तव्य को पूरा किया है. बुंडसलीगा में ट्रांसफर की अवधि खत्म हो चुकी है और पेत्सोनी का करार खत्म करने का मतलब है कि उसे इस साल कहीं और खेलने का मौका नहीं मिलेगा. फैन एक्सपर्ट हाराल्ड लांगे का कहना है कि पेत्सोनी का मामला अकेला मामला नहीं रहेगा. पेत्सोनी के मामले से अपराधियों की हिम्मत बढ़ सकती है और दूसरे भी उसकी नकल कर सकते हैं.
पुलिस ट्रेड यूनियन के प्रमुख बैर्नहार्ड विटहाउट का कहना है कि यदि तथाकथित फैन फुटबॉल की दुनिया और निजी दुनिया में फर्क करने के लिए तैयार नहीं हैं तो स्थिति बिगड़ने के निचले स्तर तक पहुंच गया है. जर्मन टीम के मैनेजर और पूर्व कैप्टेन बियरहोफ को अपने जमाने में इटली में ऐसी स्थिति भुगतनी पड़ी है. वे कहते हैं, "ये दरअसल फैन नहीं, वे अपराधी हैं, जिनपर नजर रखी जानी चाहिए और सजा दी जानी चाहिए."
एमजे/एनआर (डीपीए)