भारत कर रहा है 26/11 जांच में देरीः पाकिस्तान
९ जून २०११भारत के गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ भरोसा तब तक नहीं बढ़ सकता है, जब तक वह मुंबई के आतंकवादी हमलों के मुख्य आरोपियों के खिलाफ कदम नहीं उठाता है. इसके जवाब में पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने कहा कि भारत को और सबूत देने की जरूरत है.
मलिक ने कराची एयरपोर्ट पर कहा, "जहां तक कार्रवाई की बात है. इस हमले से जुड़े सात आरोपियों को जेल में डाल दिया गया है. उनका केस सही तरीके से चल रहा है और हमने उसे फास्ट ट्रैक में डाल दिया है."
उन्होंने कहा, "और देरी हमारी तरफ से नहीं हो रही है क्योंकि हमने भारत से अनुरोध किया है कि वह हमारे एक न्यायिक आयोग को वहां जाने की इजाजत दे. हमारे गृह सचिव ने उनके गृह सचिव से मुलाकात की है और इस बारे में कहा है. हमें उम्मीद है कि भारत हमारी बात सुनेगा."
भारत और अमेरिका का कहना है कि पाकिस्तान में लश्कर ए तैयबा के कर्ता धर्ता जकिउर रहमान लकवी सहित जिन सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वह सब भारत और अमेरिका की सूचनाओं के बाद किया गया है. सूत्रों का कहना है कि इसके बावजूद उनके खिलाफ चल रहे मुकदमे में तकनीकी वजहों से भी काफी देर हो रही है. चिदंबरम ने पाकिस्तान से पांच और लोगों को गिरफ्तार करने को कहा है, जिसमें आईएसआई का संदिग्ध एजेंट मेजर इकबाल भी शामिल है.
अमेरिका में गिरफ्तार किए गए डेविड हेडली ने इस मेजर इकबाल का नाम सामने लाया है. बताया जाता है कि हेडली के साथ मेजर इकबाल ही संपर्क बनाया करता था. लेकिन मलिक का कहना है कि उन्हें और सबूतों की जरूरत है, "मेरा यकीन कीजिए कि मेरे पास अलादीन का चिराग नहीं है कि अगर कोई कहता है कि मेजर इकबाल को पकड़िए तो मैं उसे पकड़ लूंगा. मेजर इकबाल बहुत आम नाम है. मैंने हेडली के बारे में 36 सवाल भेजे हैं लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है."
रहमान मलिक ने पाकिस्तानी मूल के हेडली के कबूलनामे को भी गलत बताया और उसे डबल एजेंट करार दिया, "मुझे लगता है कि भारतीय अधिकारी भी दिल से इस बात को समझते होंगे कि हेडली एक डबल एजेंट था. उसने नौ बार भारत का दौरा किया. कई बार पाकिस्तान और यूरोप गया. इतने पैसे उसके पास कहां से आए. उसे जरूर कोई पैसे दे रहा था."
मलिक ने भरोसा दिलाने की कोशिश की कि पकड़े गए सात आरोपियों के मुकदमे में कोई ढिलाई नहीं दी जाएगी लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यहां का कानून लंबा वक्त लेता है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः उभ