भारत दौरा करियर की सबसे बड़ी चुनौतीः नाथन हॉरिट्ज
१८ सितम्बर २०१०हॉरिट्ज को भरोसा है कि नंबर वन पर काबिज होने के बाद भी मेजबान टीम गलतियां कर सकती हैं जिसका फायदा उठाने में मेहमान खिलाड़ी नहीं चूकेंगे. हॉरिट्ज ने कहा, "इन खिलाड़ियों के सामने गेंदबाजी बेहद मुश्किल है लेकिन आखिरकार वो भी इंसान है और वो भी गलती जरूर करेंगे." 1 अक्टूबर से मोहाली में पहले टेस्ट मैच के साथ शुरू हो रही दो मैचों की सीरीज में हॉरिट्ज के हाथों में ही फिरकी आक्रमण की कमान होगी.
हॉरिट्ज ने कहा कि उन्होंने सचिन तेंदुलकर और दूसरे खिलाड़ियों के खेल को समझने की कोशिशों को भी अपनी तैयारी में शामिल कर लिया है. हॉरिट्ज का कहना है, "ये जानने के लिए कि तेंदुलकर कैसे खेलते हैं पिछले बीस सालों में मैंने उनके खेल को खूब देखा है. मैंने हर खिलाड़ी के लिए अलग से रणनीति बना रखी है और पहली रणनीति नाकाम रही तो दूसरी और तीसरी रणनीतियां भी हैं."
हॉरिट्ज ने ये भी कहा कि भारत में गेंदबाजी करनी मुश्किल होगी क्योंकि विकेट बल्लेबाजी के अनुकूल है और आउटफिल्ड बेहद तेज. ये पूछे जाने पर कि क्या वो इस टेस्ट सीरीज को अपने करियर की सबसे बड़ी चुनौती मानते हैं हॉरिट्ज ने जवाब दिया "निश्चित रूप से भारत में भारत के खिलाफ खेलना बेहद कठिन है. जिन विकेटों पर हम खेलने जा रहे हैं स्पिन गेंदबाजी के लिए ठीक हैं लेकिन तेंदुलकर और दूसरे बल्लेबाजों को गेंद फेंकना मुश्किल काम है"
हॉरिट्ज ने कहा कि उनके कप्तान को उनपर भरोसा है और यही भरोसा जीत दिलाएगा. हॉरिट्ज ने पिछली बार भारत में खेले टेस्ट में तेंदुलकर को आउट किया था.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः महेश झा