1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

मारा मुक्का निकला सोना, गोल्डन हैट्रिक

१३ अक्टूबर २०१०

बुधवार को भारत ने मुक्केबाजी में शानदार प्रदर्शन किया और तीन स्वर्ण पदक कमाए. परमजीत, सुरंजॉय और मनोज कुमार ने 91 किलो, 52 किलो और 64 किलोग्राम की श्रेणी में गोल्ड मेडल जीता.

https://p.dw.com/p/PddC
तस्वीर: DW

सुपर हेवी वेट की श्रेणी में परमजीत ने ट्रिनिदाद टोबेगो के तारीक अब्दुल हक को 5-1 से हराया. इस स्पर्धा में कांस्य पदक कैमरून के ब्लैसे येपमोऊ को मिला. उधर सुरंजॉय सिंह को केन्याई खिलाड़ी बेन्सन न्जागिरू के घायल होने के कारण वॉक ओवर मिल गया, जबकि इंग्लैंड के ब्रैडले सॉन्डर्स को मनोज कुमार ने 64 किलोग्राम की श्रेणी में 11-2 से हराया.

मुक्केबाजी के अलावा भारत के पी कश्यप ने अपने ही देश के खिलाड़ी चेतन आनंद को बैडमिंटन में पुरुषों की एकल स्पर्धा में हरा कर कांस्य जीता, जबकि शरथ कमल और शुभाजित साहा ने टेबल टेनिस के डबल्स में सिंगापुर के गाओ और यांग की जोड़ी को हरा सोना जीता.

भारत कुल पदकों की संख्या में फिलहाल इंग्लैंड से पिछड़ गया है और पदकों की सूची में तीसरे नंबर पर आ गया है. भारत के कुल 95 पदक हैं जिनमें स्वर्ण 36, रजत 26, और कांस्य 33 हैं. जबकि इंग्लैंड के पास कुल पदक 137 हैं जिसमें स्वर्ण 37, रजत 56, और कांस्य 44 हैं. पहले स्थान पर ऑस्ट्रेलिया 72 गोल्ड, 49 सिल्वर और 47 ब्रॉन्ज के साथ है.

गुरुवार को कॉमनवेल्थ खेलों का आखिरी दिन है और इस दिन भारत ऑस्ट्रेलिया के बीच पुरुष हॉकी का फाइनल होना है.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः ए कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें