लीबिया, यमन कई प्रदर्शनकारियों की मौत
१८ फ़रवरी २०११शुक्रवार को लीबिया के बेनगाजी शहर में सेना को तैनात कर दिया गया. गुरुवार रात को हजारों लोग सड़कों पर उतरकर नेता मुअम्मर गद्दाफी के शासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. मानवाधिकार संगठन ह्यूमन राइट्स वॉच के मुताबिक बुधवार और गुरुवार को सुरक्षा बलों की कार्रवाई से कम से कम 24 लोग मारे गए. चश्मदीदों का कहना है कि डॉक्टरों ने बेनगाजी में मारे गए लोगों की संख्या 10 बताई जबकि अल बायदा शहर में भी पांच लोग मारे गए. शुक्रवार को इन लोगों को दफनाया जाना है. देश में और विरोध प्रदर्शनों की उम्मीद की जा रही है. इस बीच नेता गद्दाफी के बेटे सादी गद्दाफी ने स्थानीय रेडियो पर कहा कि वह बेनगाजी के मेयर नियुक्त हो रहे हैं ताकि वह वहां के लोगों की रक्षा कर सकें. गद्दाफी का विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि वे मानवाधिकारों का सम्मान चाहते हैं और भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहते हैं.
बहरीन में भड़का प्रदर्शन
उधर, विश्व के सबसे बड़े तेल निर्यातक देश बहरीन में सुरक्षा बलों ने सड़कों पर नियंत्रण बनाए रखा. गुरुवार को मनामा के केंद्रीय पर्ल चौक में विरोधी प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कार्रवाई हुई थी जिसमें चार लोग मारे गए थे. इन लोगों को शुक्रवार को दफनाया जाएगा और मानना है कि इससे और विरोधी प्रदर्शन शुरू हो सकते हैं. देश में सेना ने लोगों को चेतावनी दी है कि कि वे मनामा के पर्ल स्क्वेयर से दूर रहें और सुरक्षा कायम रखने के लिए हर तरह की कोशिश की जाएगी. यमन में भी सरकार ने अदन शहर पर काबू कर रखा है. गुरुवार को सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों में तीन लोग मारे गए थे. लोग राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
ईरान में तनाव
हालांकि ईरान में सरकार विरोध प्रदर्शनों का जवाब विरोध प्रदर्शनों से ही दे रही है. ईरान के अधिकारियों ने कहा है कि वे देश के दो प्रमुख विपक्ष नेताओं, मीर हुसैन मुसावी और मेहदी करूबी के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे. सोमवार को मुसवी और करूबी ने मिस्र के प्रदर्शनकारियों के साथ एकता जताने के लिए प्रदर्शन किया था. सुरक्षा बलों ने हिंसा से प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने की कोशिश जी जिसमें दो लोग मारे गए. सरकार के प्रदर्शन में शुक्रवार को 200 सांसद, सरकार समर्थक और धार्मिक गुटों के नेता मौजूद रहेंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी
संपादनः वी कुमार