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वनडे में रनर पर पाबंदी से भड़के गावस्कर

२९ जून २०११

क्रिकेट मैचों में लंबी पारी खेलने या फिर चोट लगने के चलते बल्लेबाज रनर का इस्तेमाल कर लेता है. लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने रनर पर पाबंदी लगाने का फैसला किया है. सुनील गावस्कर इस फैसले से नाराज हैं.

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तस्वीर: AP

घायल बल्लेबाजों के लिए रनर के इस्तेमाल पर रोक से भड़के भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि नियम सबके लिए बराबर होना चाहिए. अगर बल्लेबाजों पर रनर के इस्तेमाल पर रोक लगती है तो गेंदबाजों को भी पानी पीने की इजाजत नहीं होनी चाहिए.

असल में आईसीसी की कार्यकारी समिति ने घायल बल्लेबाजों को मिलने वाले रनर पर रोक लगाने का फैसला किया है. यह पाबंदी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में लागू होगी. गावस्कर के मुताबिक अगर बल्लेबाजों के लिए यह फैसला लिया गया है तो गेंदबाजों के लिए भी नियम कड़े होने चाहिए.

"मैं कहना चाहूंगा कि सीमा रेखा पर खड़े गेंदबाजों को पानी पीने की इजाजत नहीं होनी चाहिए. वे एक ओवर गेंदबाजी करते हैं, सीमा रेखा पर आकर खडे़ हो जाते हैं जहां उन्हें पानी या एनर्जी ड्रिंक पीने के लिए मिल जाती है."

गावस्कर का कहना है कि अगर आईसीसी को लगता है कि घायल बल्लेबाजों को रनर मिलना निष्पक्ष नहीं है तो फिर ड्रिंक ब्रेक और सबस्टीट्यूट फिल्डर्स पर भी रोक लगनी चाहिए. "आम तौर पर हर एक घंटे में होने वाले ड्रिंक ब्रेक पर रोक होनी चाहिए. अगर आप ऐसे फैसले ले रहे हैं तो फिर सबस्टीट्यूट फिल्डर्स की सुविधा को भी वापस लिया जाना चाहिए." गावस्कर के मुताबिक अगर कोई फिल्डर घायल हो जाता है तो उसे मैदान में रहना चाहिए या फिर बाहर चले जाना चाहिए. तभी स्थिति बराबर होगी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ओ सिंह

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