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सीरिया में जर्मन खुफिया एजेंसी की दखल

२० अगस्त २०१२

सीरिया के विरोधियों को जर्मनी की खुफिया एजेंसी बीएनडी और नौसेना से मदद मिल रही है. ऐसी खबरों के बाद एक जर्मन सांसद ने संसदीय नियंत्रण समिति की बैठक बुलाई है और साफ साफ सच बताने की मांग की है.

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तस्वीर: Reuters

ग्रीन पार्टी के सांसद हांस क्रिस्टियान श्ट्रोएबेले ने संसद की नियंत्रण समिति की जल्द से जल्द बैठक करवाने की बात कही है और कहा है कि जर्मन सरकार को इस सिलसिले में सफाई देनी होगी. नहीं तो खुफिया एंजेंसियों के लिए नियंत्रण समिति को सीरिया पर जल्द ही कुछ करना होगा. इस बीच बर्लिन में सरकार के प्रवक्ता श्टेफेन साइबर्ट ने कहा कि जर्मन सरकार इस बारे में कोई बयान नहीं देना चाहती. उन्होंने कहा कि जर्मन खुफिया एजेंसी की खबरें सार्वजनिक नहीं की जातीं हैं और अगर खुफिया एजेंसियों पर निगरानी रखने वाली संसदीय समिति इसपर सवाल पूछना चाहती है तो सरकार इनका जवाब देने को तैयार है. वहीं, सत्ताधारी पार्टी सीडीयू के बड़े समर्थक सीएसयू के नेता हांस पेटर ऊल ने कहा कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद की बातचीत को खुफिया तरीके से रिकॉर्ड करना खुफिया एजेंसियों का काम है और इन्हें इसके बारे में जानकारी देने की भी जरूरत नहीं है.

श्ट्रोएबेले ने कहा कि अगर जर्मन खुफिया एजेंसी बीएनडी सीरिया में विरोधियों को जानकारी दे रही है, तो यह उसका काम नहीं है. उनका कहना है कि बीएनडी को अपने देश के लिए सूचना इकट्ठा करना है, किसी दूसरे देश के अंदरूनी मामले में हस्तक्षेप करना बीएनडी का काम नहीं है. हाल ही में भूमध्यसागर के पूर्वी हिस्से में जर्मन नौसेना के एक जहाज के तैनात होने के बारे में उन्होंने कहा कि जर्मन सेना को तैनात करने का फैसला जर्मन संसद में सारे नेता मिलकर करते हैं.

जर्मनी की विपक्षी पार्टी डी लिंके ने भी मामले को लेकर सफाई मांगी है लेकिन सोशल डेमोक्रैट्स एसपीडी का कहना है कि भूमध्यसागर में नौसेना को तैनात करना लेबनान में संयुक्त राष्ट्र की अंतरिम सेना यूनिफिल के तहत किया गया है और यह गलत नहीं है. हालांकि एसपीडी का भी मानना है कि संसदीय समिति की बैठक होनी चाहिए.

सीरिया में विद्रोहियों की मदद करने की खबर जर्मन अखबार बिल्ड आम जोन्टाग में छपी है. इसमें एक ऐसे जर्मन जहाज की बात हो रही है जो सीरिया के तट पर तैनात है और जो देश के 600 किलोमीटर अंदर भी सरकारी सैनिकों के शिविरों को माप सकता है. यह जानकारी अमेरिकी और ब्रिटिश सैनिकों को दी जाती है. इसी तरह सीरिया के विद्रोहियों को भी जानकारी दी जाती है. इस जहाज पर आधुनिक उपकरण है जिससे असद की सेना पर बीएनडी निगरानी रख रही है. अखबार के मुताबिक बीएनडी के जासूस तुर्की शहर अदाना में तैनात हैं जहां से वे सीरिया में टेलिफोन बातचीत भी सुन सकते हैं.

बीएनडी के प्रवक्ता ने बिल्ड आम जोनटाग पर छपी खबर को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. प्रवक्ता डीटर आर्न्ट ने कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया. पिछले हफ्ते बीएनडी के प्रमुख गेरहार्ड शिंडलर ने कहा था कि असद की सरकार का अंतिम पड़ाव शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि तीन लाख से ज्यादा सैनिकों वाली सेना में अब कम लोग हैं और केवल 50,000 सैनिक असद की लड़ाई लड़ रहे हैं.

एमजी/ एनआर (डीपीए, रॉयटर्स)

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