हेल्थ वॉर्निंग से घबराते सिगरेट के शौकीन
२८ मई २०११14 देशों में करवाई गई स्टडी के दौरान छह देशों में आधे से ज्यादा सिगरेट के शौकीनों ने कहा कि जब वे पैकेट पर स्वास्थ चेतावनी पढ़ते हैं, तो इस लत को छोड़ने के बारे में सोचते हैं. बाकी के आठ देशों में सर्वे के दौरान हर चार में से एक व्यक्ति ने माना कि 'सिरगेट पीना स्वास्थ के लिए हानिकारक है' पढ़कर वे अपनी सेहत पर पड़ने वाले बुरे असर को लेकर कहीं न कहीं चिंतित होते हैं. यह शोध अमेरिकी बीमारी नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने प्रकाशित किया है.
इस अध्ययन में 2008 से 2010 के बीच बांग्लादेश, ब्राजील, चीन, मिस्र, भारत, मेक्सिको, फिलीपींस, पोलैंड, रूस, थाइलैंड, तुर्की, यूक्रेन, उरुग्वे और वियतनाम में जुटाई गई जानकारी का विश्लेषण किया गया है. ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे के तहत धूम्रपान करने वालों से उनकी आदतों के बारे में पूछा गया.
शोध करने वाली टीम का कहना है कि अगर सिगरेट के पैकेट पर तंबाकू के बुरे प्रभावों को दिखाने वाले चित्र भी दिए हो तो ये धूम्रपान छुड़ाने में कहीं ज्यादा कारगर साबित हो सकते हैं. इससे एक तो वे लोग भी जागरुक बन पाएंगे जो पैकेट पर लिखी चेतावनी को पढ़ नहीं सकते. दूसरे पढ़े-लिखे लोग चित्रों को देख कर भावनात्मक रूप से सिगरेट छोड़ने के लिए कहीं ज्यादा प्रेरित होंगे.
ब्राजील और थाइलैंड में सिरगेट के पैकेटों पर ग्राफिक चेतावनी दी जाती है. इसीलिए वहां ऐसे लोगों की संख्या भी सबसे ज्यादा है जो सिगरेट से तौबा करने के बारे में सोचते हैं. वैसे ऐसे लोगों की संख्या बांग्लादेश और वियतनाम में भी कम नहीं है, जहां चेतावनी बहुत ही छोटे अक्षरों में दी जाती है.
विश्व स्वास्थ संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक तंबाकू के सेवन से मौत का खतरा बढ़ता है जिसे टाला जा सकता है. दुनिया भर में हर साल पचास लाख लोग तंबाकू से होने वाली बीमारियों से मारे जाते हैं. इनमें ज्यादातर मौतें कम आमदनी वाले देशों में होती हैं. डब्ल्यूएचओ स्वास्थ चेतावनी देने को तंबाकू की लत छुड़ाने की दिशा में अहम मानता है. अन्य कदमों में तंबाकू से बने उत्पादों की कीमत बढ़ाना, धूम्रपान के खिलाफ नीतियां बनाना और ऐसे उत्पादों के विज्ञापनों पर रोक लगाना भी शामिल है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः आभा एम