अन्ना हजारे का अनशन शुरू
८ जून २०११अन्ना हजारे ने वैसे तो जंतर मंतर पर अनशन करने की घोषणा की थी लेकिन दिल्ली पुलिस ने इसके लिए अनुमति नहीं दी. विवाद और बहस से बचने के लिए अन्ना हजारे ने राजघाट पर इस विरोध को करने का फैसला किया.
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्होंने जंतर मंतर पर उपवास करने की अनुमति नहीं दी क्योंकि रामलीला मैदान में बाबा रामदेव पर पुलिस कार्रवाई के बाद वहां निषेधाज्ञा जारी है.
नागरिक अधिकारों के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं का कहना है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए अनुमति नहीं दिया जाना संविधान के मूल अधिकारों का हनन है.
अन्ना हजारे के समर्थक बुधवार सुबह से ही राजघाट पर इकट्ठा होने लगे. गांधी टोपी पहने कई युवा और बुजुर्ग कई सौ पुलिसकर्मियों के बीच तिरंगा लहराते देखे जा सकते थे.
अन्ना हजारे के नेतृत्व में एक दिवसीय उपवास के दौरान सर्वधर्म प्रार्थना और लोकपाल बिल पर बहस भी होगी.
दिल्ली के आईटीओ से राजघाट की तरफ और दिल्ली गेट से राजघाट की ओर आने वाला रास्ता बंद कर दिया गया है. राजघाट के आसपास भारी संख्या में सशस्त्र बल तैनात है ताकि दिन भर चलने वाला यह विरोध प्रदर्शन शांति से निपट जाए. वैसे तो रामलीला मैदान पर बाबा रामदेव और उनके समर्थकों का विरोध प्रदर्शन भी शांति से ही चल रहा था, जब तक पुलिस ने वहां पहुंच कर रामदेव और उनके समर्थकों को वहां से जबरदस्ती हटा नहीं दिया.
भारत में भ्रष्टाचार लंबे समय से आम जनजीवन का हिस्सा बन गया है. चाहे वह बिजली का बिल हो या बड़े सौदे. ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल की ताजा रिपोर्ट में भारत भ्रष्ट देशों की सूची में 78वें नंबर है. चीन से भी ज्यादा भ्रष्ट. एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत में जनता का गुस्सा सरकार में हो रहे भ्रष्टाचार पर बढ़ता ही जा रहा है. खासकर कॉमनवेल्थ खेलों और 2जी स्कैम के बाद से.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम
संपादनः ए जमाल