राजघाट पर अन्ना हजारे का अनशन आज
८ जून २०११73 वर्षीय हजारे ने कहा है कि उनका अनशन सांकेतिक होगा जो गांधी समाधि पर एक दिन तक चलेगा. अप्रैल में हजारे ने जंतर मंतर पर 98 घंटे का अनशन किया जिसके बाद सरकार को भ्रष्टाचार से निपटने के लिए लोकपाल विधेयक लाने पर सहमत होना पड़ा. हालांकि विधेयक का मसौदा तैयार करने के लिए बनी साझा समिति में अब तीखे मतभेद उभर रहे हैं. इसमें शामिल नागरिक समाज के कार्यकर्ता सरकार पर धोखेबाजी के आरोप लगा रहे हैं.
हजारे के एक दिन के अनशन का मकसद भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन पर बैठे योग गुरु रामदेव पर हुई पुलिस कार्रवाई का विरोध करना है. शनिवार को पुलिस ने आधी रात को रामदेव के पंडाल को उखाड़ दिया और उनके समर्थकों पर जोर जबरदस्ती भी की. इसमें दर्जनों लोग घायल हो गए. हजारे इस तरह की कार्रवाई को गैर कानूनी मानते हैं. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी पुलिस की कार्रवाई की आलोचना की, लेकिन उन्होंने कहा कि सरकार के पास कोई और विकल्प नहीं था.
हजारे को पुलिस ने नई दिल्ली के जंतर मंतर पर अनशन करने की अनुमति नहीं दी. प्रशासन को डर है कि वहां अत्यधिक लोगों के आने की वजह से कानून और व्यवस्था की समस्या हो सकती है. हजारे के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने कहा, "हमारे विरोध को कोई नहीं रोक सकता. हमारा टकराव का कोई इरादा नहीं है. हमारा उद्देश्य सिर्फ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करना है."
बुधवार को हजारे के नेतृत्व में अनशन राजघाट पर सुबह दस बजे शुरू होगा. इस दौरान सर्वधर्म प्रार्थना और लोकपाल विधेयक पर बहस होगी.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एमजी