'पाक पर कब्जा करना चाहता है तालिबान'
२९ मई २०११अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जरनल की खबर के मुताबिक तालिबान ने घोषणा की है कि पाकिस्तान इकलौता मुस्लिम देश है जो परमाणु हथियारों से लैस है. तालिबान के प्रवक्ता एहसानुल्ला एहसान ने कहा कि उनके गुट का इस तथ्य को बदलने का कोई इरादा भी नहीं है. वे पाकिस्तान और उसके परमाणु हथियार, दोनों पर ही कब्जा करना चाहते हैं.
एबटाबाद में 2 मई को अल कायदा नेता ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद से तालिबान ने अपने हमले तेज कर दिए हैं. विश्व समुदाय में पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जा रही है. हाल में कराची के नौसैनिक अड्डे पर हमला ऐसी जगह पर हुआ जहां से परमाणु हथियारों का संभावित डिपो ज्यादा दूर नहीं है.
पाकिस्तान के मुख्य नौसैनिक ठिकाने के एयर बेस पर हमले ने पश्चिमी देशों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं कि आतंकी गुट परमाणु हथियारों को हथियाने की कोशिश में लगे हो सकते हैं. एहसान ने दावा कि अमेरिका इस तरह की बातें पाकिस्तानी सरकार और सेना पर दबाव बढ़ाने के लिए कर रहा है ताकि वे तालिबान से लड़ें. एहसान ने अपने गुट को पाकिस्तान का असली रक्षक बताया. उसने कहा, "क्या यह शर्म की बात नहीं है कि हमारे पास इस्लामिक बम है, फिर भी हम अमेरिका के दबाव के आगे झुके जा रहे हैं."
वॉल स्ट्रीट जरनल का कहना है कि एहसान की बातें देशभक्ति की मुख्य लहर को और ऊंचा उठाने की कोशिश है. पाकिस्तान में ये बातें बहुत आम हैं कि अमेरिका, भारत और इस्राएल पाकिस्तान को उसके परमाणु हथियारों से अलग करना चाहते हैं. पाकिस्तान की परमाणु क्षमता देश की सुरक्षा की गारंटी है खासकर बड़ी और पारंपरिक भारत सेना के सामने.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः ए कुमार