आखिरी वनडे, भारत को बल्लेबाजी की चिंता
२३ जनवरी २०११दक्षिण अफ्रीका में भारत ने अब तक वनडे सीरीज नहीं जीती है और इस बार धोनी के नेतृत्व में टीम इंडिया के पास बेहतरीन मौका है कि नया रिकॉर्ड कायम कर दे. भारत एक समय सीरीज में 2-1 से आगे था लेकिन चौथे वनडे में डकवर्थ लुइस नियम से जीत हासिल कर दक्षिण अफ्रीका ने भारत को संदेश दे दिया कि उसे हरा पाना इतना आसान नहीं है. जोहानिसबर्ग और डरबन में लगातार दो मैच हारने के बाद ग्रेम स्मिथ की टीम फिर आक्रामक दिखाई दे रही है.
भारत के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द उसके बल्लेबाजों का प्रदर्शन है. विराट कोहली की फॉर्म ही भारत को थोड़ी संतुष्टि दे सकती है. नहीं तो बाकी बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आ रहे हैं. सचिन तेंदुलकर, गौतम गंभीर वीरेंद्र सहवाग जैसे धुरंधर चोट के चलते टीम से बाहर हैं और बाकी बल्लेबाज उनकी जगह नहीं भर पाए हैं. धोनी, युवराज सिंह और सुरेश रैना अच्छी शुरुआत के बाद लंबी पारी खेलने में मुश्किलों का सामना कर रहे हैं.
आसान नहीं है डगर
धोनी की दिक्कत यह है कि रोहित शर्मा का खराब प्रदर्शन जारी है जबकि मुरली विजय की जगह लेने वाले पार्थिव पटेल भी प्रभावित करने में नाकाम रहे. वर्ल्ड कप से ठीक पहले मनोबल के लिए भारतीय टीम इस सीरीज को अपनी झोली में डालना चाहती है और युवा खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को इससे मजबूती मिलेगी लेकिन दक्षिण अफ्रीका को हराना टेढ़ी खीर नजर आ रहा है. धोनी कह चुके हैं कि मध्यक्रम के बल्लेबाजों को अच्छी बल्लेबाजी करनी होगी.
गेंदबाजी के मोर्चे पर भारत के लिए राहत नजर आ रही है. हालांकि पिछले मैच में गेंदबाज रन रोकने में सफल नहीं हो पाए. आशीष नेहरा को छोड़ कर कोई भी प्रमुख गेंदबाज विकेट नहीं ले पाया. पार्ट टाइम गेंदबाज युवराज सिंह ने ही दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को वापस भेजा. जहीर खान, मुनाफ पटेल और हरभजन सिंह महंगे साबित हुए.
पोर्ट एलिजाबेथ में जीत हासिल करने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम बढ़े हौसले के साथ टीम इंडिया के सामने उतरेगी. ज्याक कालिस की गैरमौजूदगी टीम के लिए झटका है लेकिन भारत को सीरीज न जीतने देने के लिए सभी खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार