जब लगान में ठुकरा दिए गए थे बिग बी
१६ जून २०११गोवारिकर का मानना था कि फिल्म 1893 के दौर की बन रही थी और उसमें अमिताभ बच्चन जैसे लोकप्रिय अभिनेता की आवाज सूट नहीं करती. आमिर खान ने लगान फिल्म के 10 साल पूरे होने पर इस राज को खोला और बताया कि वह किस तरह इस फैसले से अचंभित हो गए थे.
आमिर ने बिग बी की मौजूदगी में बताया कि अमिताभ बच्चन को शुरू में बताया गया कि उन्हें फिल्म की कहानी बैकग्राउंड में कहनी है. इस पर अमिताभ ने हामी भर दी लेकिन बाद में आशुतोष गोवारिकर को लगा कि उनके दर्शक अमिताभ की आवाज के साथ 1893 का माहौल नहीं महसूस कर पाएंगे.
आमिर ने बताया, "मैं तो दंग रह गया. मैं आशुतोष से उलझ पड़ा कि यह बात उन्होंने पहले क्यों नहीं सोची और अब तो मैंने अमितजी से बात भी कर ली है. लेकिन अमितजी ने इस बात को बहुत ही अच्छे ढंग से लिया और मजाकिया लहजे में कहा कि अब तक उन्होंने जिन फिल्मों में बैकग्राउंड आवाज दी है, सारी फ्लॉप रही है."
अंधविश्वासी बिग बी
आमिर ने बताया कि लेकिन आखिर में आशुतोष ने तय किया कि सिर्फ अमिताभ बच्चन ही इस फिल्म में बैकग्राउंड आवाज दे सकते हैं. आमिर ने बताया, "मैं फिर से अमितजी के पास गया और बताया कि मेरा डायरेक्टर पागल हो गया है. अब वह चाहता है कि आप फिल्म में जरूर रहें. अमितजी ने कुछ नहीं कहा और मुझे सिर्फ याद दिलाया कि वह अंधविश्वासी हैं कि इससे फिल्म का बैड लक आता है. मैंने कहा कि हम जोखिम उठाने को तैयार हैं क्योंकि फिल्म बनाते वक्त पहले ही कई दुश्वारियां आ चुकी हैं और हमने उनसे निजात पा लिया है."
आमिर ने बताया कि उन्हें इस बात का पक्का यकीन है कि जब अमिताभ बच्चन ने यह फिल्म पहली बार देखी, तो उन्हें यह पसंद नहीं आई. आमिर ने तब जब उनसे पूछा कि आपको फिल्म कैसी लगी, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
बॉलीवुड में बिलकुल अलग जगह बना चुके आमिर ने कहा, "उस वक्त फिल्म की क्लाइमेक्स शूट नहीं की गई थी और फिल्म एडिट भी नहीं हुई थी. लेकिन पहली स्क्रीनिंग के बाद मुझे लगा कि क्रिकेट का लोकप्रिय खेल कहानी के साथ बहुत अच्छी तरह मिलाया गया और किस तरह गांव के लोगों ने एकता दिखाई."
वैसे क्रिकेट पर बनी फिल्में आम तौर पर बॉलीवुड में फ्लॉप रही हैं. खुद आमिर खान की अव्वल नंबर बुरी तरह पिट गई थी लेकिन लगान ने सफलता के नए आयाम गढ़ दिए.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ए जमाल
संपादन: ईशा भाटिया