थाईलैंड: चुनाव में विपक्षी पार्टी का बोलबाला
३ जुलाई २०११चुनाव आयोग के मुताबिक अब तक 50 प्रतिशत वोट गिने जा चुके हैं और यिन्गलक की पार्टी को 500 में से 249 सीटे मिली हैं. यिनग्लक ने अपने भाई थकसिन शिनावात्रा के बारे में कहा, "थकसिन ने मुझे फोन किया औऱ बधाई दी और प्रेरणा दी...उन्होंने मुझसे कहा कि आगे बहुत मेहनत करनी है." अगर मतगणना पूरी होने पर यिनग्लक की जीत की पुष्टि हो जाती है तो 44 वर्षीय उद्योगपति यिनग्लुक थाईलैंड की पहली महिला प्रधानमंत्री बनेंगी.
प्रधानमंत्री अभिसीत वेज्जाजीवा ने अपनी हार स्वीकार कर ली है. बैंकॉक के सुआन दूसित विश्वविद्यालय ने मतदान के बाद जनमत सर्वेक्षण किया जिसमें पता चला कि पुएया थाई को को 500 में से 313 सीटें हासिल हुई हैं. सुआन दूसित विश्वविद्यालय के सर्वेक्षणों को भरोसेमंद माना जाता है. वहीं असंपशन विश्वविद्यालय के मुताबिक विपक्ष की पुएया थाई को 299 सीटें मिली हैं.
प्रधानमंत्री अभिसित वेज्जाजीवा की डेमोक्रेट पार्टी को केवल 152 सीटे मिली हैं जो 2007 के चुनाव परिणामों के मुकाबले काफी खराब है. पार्टी प्रवक्ता बुरानाज स्मुथारक ने जनता से अपील की है कि वह औपचारिक परिणामों का इंतेजार करें. लेकिन यिनग्लक के समर्थक अंतरिम परिणामों से भी काफी खुश हैं. माना जा रहा है कि यिनग्लुक के जीतने से थाईलैंड के रूढ़ीवादी समाज को धक्का लगेगा.
यहां के पुराने जनरल, अमीर परिवार और शाही सलाहकार पूर्व प्रधानमंत्री थकसिन शिनावत्रा से नफरत करते हैं और अभिसित वेज्जाजीवा का समर्थन करते हैं. उधर थकसिन के समर्थक थाईलैंड के गरीब इलाकों से भी आते हैं. उनके समर्थक यानी रेड शर्ट्स का मानना है कि थाईलैंड का उच्चवर्ग और वहां की सेना कानून तोड़ते हैं और अपनी मनमानी करता है. 2006 में थकसिन के अपदस्थ होने के बाद से अभिसित सरकार के खिलाफ लोगों के बीच असंतुष्टि बढ़ती जा रही है.
थकसिन अभी तक वापस अपने देश नहीं लौट पाए हैं क्योंकि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे हैं. दुबई में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे वापस लौटने के सही वक्त का इंतेजार कर रहे हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी
संपादनः एस गौड़