नॉयर चुने गए सर्वश्रेष्ठ जर्मन फुटबॉलर
१ अगस्त २०११ओलिवर कान के दस साल बाद राष्ट्रीय टीम के गोलकीपर मानुएल नॉयर भी उनकी राह पर चल पड़े हैं. पिछले सीजन के बाद शाल्के छोड़कर बायर्न म्यूनिख की टीम में शामिल हुए नॉयर को जर्मनी का प्रतिष्ठित पुरस्कार जीतने के लिए देश के खेल पत्रकारों के 210 मत मिले. दूसरे स्थान पर बुंडेसलीगा में सबसे ज्यादा गोल करने वाले बायर्न म्यूनिख के मारिया गोमेज रहे, जिंहे 190 वोट मिले. तीसरे स्थान पर तुर्की के मिडफील्डर नूरी साहीन रहे जो बुंडेसलीगा में बोरुसिया डॉर्टमुंड की टीम में खेलते थे, लेकिन इस बीच वह जर्मन क्लब छोड़कर स्पेनी क्लब रीयाल मैड्रिड में शामिल हो गए हैं. उन्हें 142 वोट मिले.
खुश हैं नॉयर
26 वर्षीय नॉयर यह पुरस्कार जीतने वाले ओलिवर कान के बाद देश के पहले गोलकीपर हैं. कान ने साल के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का पुरस्कार 2000 और 2001 में जीता था. नॉयर का बुंडेसलीगा के कई मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन रहा है और शाल्के को जर्मन कप जितवाने और चैंपियंस लीग के सेमीफाइनल तक पहुंचाने में भी उनकी बड़ी भूमिका रही है.
पुरस्कार जीतने के बाद नॉयर ने कहा, "मैं बहुत आश्चर्यचकित हूं, क्योंकि आम तौर पर गोलकीपर को नहीं चुना जाता. यह मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है." अब तक सिर्फ पांच गोलकीपरों को साल का सर्वश्रेष्ट फुटबॉलर चुना गया है. कान से पहले आंद्रेयास कौएप्के (1993), टोनी शूमाखर (1984 और 1986), जेप्प मायर (1975,1977 और 1978) तथा हंस तिलकोव्स्की (1965) यह सम्मान पा चुके हैं.
डॉर्टमुंड के युरगेन क्लॉप्प को भारी अंतर से साल का सर्वश्रेष्ठ कोच और एफएफसी फ्रैंकफुर्ट की फातमीरे बजरामज को सर्वश्रेष्ठ महिला फुटबॉल खिलाड़ी चुना गया. क्लॉप्प को 743 वोट मिले जबकि दूसरे स्थान पर आने वाले हनोवर के मिर्को स्लोम्का को सिर्फ 52 वोट मिले. जर्मनी में हुए फुटबॉल विश्व कप में अधिकांश समय साइड बैंक पर गुजारने वाली फातमीरे के लिए सर्वश्रेष्ट महिला फुटबॉलर का खिताब जीतना संतोष की बात रही. उन्हें 223 वोट मिले जबकि बिरगिट प्रिंस और इंका ग्रिंग्स को 88-88 वोट मिले.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: ए कुमार