'पोंटिंग अच्छे, ऑस्ट्रेलियाई टीम नहीं'
२५ मार्च २०११ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने भारत के खिलाफ वर्ल्ड कप क्वार्टर फाइनल में शतक लगाया था, लेकिन अपनी टीम की हार नहीं टाल सके. पिछले कुछ समय से पोंटिंग का फॉर्म भी ठीक नहीं चल रहा था, लेकिन भारत के खिलाफ मैच में उन्होंने शतक जड़कर अपनी लय हासिल की. ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने पोंटिंग की इस शतकीय पारी की सराहना की.
पोंटिंग ने 1996 से लेकर 2011 तक पांच वर्ल्ड कप खेले हैं, जिनमें से चार में वह फाइनल मैच खेले हैं. इस दौरान तीन बार वह विश्व विजेता टीम में शामिल रहे. पोंटिंग की एक और उपलब्धि यह रही कि उन्होंने लगातार दो बार (2003 और 2007) में अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्ड चैंपियन का खिताब दिलवाया है.
पिछले कुछ माह से लगातार पोंटिंग की कप्तानी की आलोचना हो रही है. वह लगातार दो बार एशेज हारने वाले कप्तानों में भी शामिल हैं.
वर्ल्ड कप में बाहर होने के बाद ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में यह बात आम हो गई है कि अब पोंटिंग युग बीत चुका है और जिस तरह से उन्होंने अपने अंतिम वर्ल्ड कप मैच में शतकीय पारी खेली है उसकी सराहना की जानी चाहिए.
रिपोर्टः एजेंसियां/एस खान
संपादनः एन रंजन