फेडरर ने बहुत दिन बाद नडाल को हराया
२९ नवम्बर २०१०लंदन के ओ2 एरिना में खेले गए फाइनल मैच में दुनिया के पहले नंबर के खिलाड़ी रफाएल नडाल और दूसरे नंबर के रोजर फेडरर के बीच मुकाबला हुआ. फेडरर जिस रंग में खेले उसे देखते हुए नडाल के लिए मैच जीतने की चुनौती एक ऊंचा पहाड़ चढ़ने जैसी थी, जिसे वह पूरा नहीं कर पाए. 2010 में फ्रेंच, विंबलडन और अमेरिकी ओपन जीतने वाले नडाल फेडरर के शॉट के सामने असहाय नजर आए और उनमें लय की कमी साफ नजर आई. फेडरर को इस जीत से 16 लाख डॉलर की इनाम राशि मिलेगी और 1,500 रैंकिंग प्वाइंट भी उनके खाते में जुड़ेंगे.
नडाल को डेढ़ घंटे में हराने के बाद चहक रहे फेडरर ने कहा, "जिस तरह मैंने सत्र को जीत के साथ खत्म किया, उससे मैं बेहद खुश हूं. मैंने अपनी सर्वश्रेष्ठ टेनिस खेली है. और फिर फाइनल में राफा को हराना और भी खास होता है." फेडरर ने इस साल ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीता और 16वां ग्रैंड स्लैम अपने नाम करने का रिकॉर्ड बनाया. नडाल का कहना है कि यह साल उनके लिए अच्छा रहा लेकिन फेडरर जब फॉर्म में होते हैं तो उन्हें रोकना मुश्किल होता है.
2007 के बाद यह पहली बार है जब फेडरर ने इस प्रतिष्ठित खिताब को जीता है और उनकी फॉर्म देखकर यह तय है कि अगले साल ग्रैंड स्लैम प्रतियोगिताओं में नडाल की राह आसान नहीं होने जा रही है. पिछले 12 महीने रफाएल नडाल के करियर का सबसे शानदार समय रहे हैं और इस हफ्ते भी उनकी चमक में कोई कमी नहीं थी लेकिन आखिर में फेडरर के सामने उनकी एक न चली. दुनिया के नंबर दो खिलाड़ी ने अपने चिरप्रतिद्वंद्वी नंबर एक खिलाड़ी को हरा दिया.
साल खत्म होने से पहले इस मुकाबले को देखकर टेनिस के प्रशंसकों को तो मानो मुंह मांगी मुराद मिल गई हो. इसी साल नडाल ने फेडरर को दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी के रुतबे से तो बेदखल किया ही, फ्रेंच ओपन, विंबलडन और अमेरिकी ओपन टाइटल भी अपने नाम कर लिए. रफाएल नडाल और रोजर फेडरर के बीच पिछले 21 मुकाबलों में नडाल ने 14 मैच जीते हैं. टेनिस की दुनिया में दोनों खिलाड़ियों की बादशाहत का अंदाजा इस बात से लग सकता है कि इन 21 मैचों में 18 खिताबी भिडंत रही हैं.
टेनिस इतिहास में दोनों ही खिलाड़ियों को चारों ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने के लिए हमेशा याद किया जाएगा.
अब तक के यादगार मैचों में 2008 विंबलडन का वो फाइनल है जिसमें नडाल ने पांच सेट तक खिंचे मैच में फेडरर को हरा कर अपना पहला विंबलडन टाइटल जीता था.
रिपोर्टः एजेंसियां/एस गौड़
संपादनः ए जमाल