बस्तियों के निर्माण पर इस्राएल की आलोचना
२८ सितम्बर २०१०अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता पीजे क्राउली ने कहा है कि निर्माण पर रोक खत्म करने के इस्राएली निर्णय से एक दुविधा की स्थिति पैदा हो गई है, जिसे सुलझाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल दोनों पक्षों के बीच सीधी बातचीत की कोई योजना नहीं है. क्राउली ने बताया कि अमेरिकी विशेष दूत जॉर्ज मिचेल सोमवार शाम को मध्यपूर्व के लिए रवाना हो चुके हैं और वह बुधवार और गुरुवार को इस्राएली व फलस्तीनी प्रतिनिधियों से बातचीत करेंगे. क्राउली ने कहा कि बस्तियों के निर्माण के विरोध के अमेरिकी रुख में कोई बदलाव नहीं आया है.
पेरिस में फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बातचीत के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति निकोला सारकोजी ने कहा कि अब्बास व नेतान्याहू ने अक्टूबर के अंत से पहले शांति वार्ता के लिए उनका आमंत्रण स्वीकार कर लिया है. उन्होंने कहा कि इस बातचीत में मिस्र के राष्ट्रपति होस्नी मुबारक की भागीदारी के लिए भी पेशकश की जा रही है. बस्तियों के निर्माण के सिलसिले में उन्होंने कहा कि इन्हें बंद करना पड़ेगा.
बस्तियों के निर्माण पर रोक खत्म किए जाने के बाद भी उग्र यहूदी बाशिंदों की ओर से कोई खास गतिविधि नहीं दिखाई दी है. प्राप्त समाचारों के अनुसार तीन स्थानों में मिट्टी हटाने की मशीनें काम कर रही थी. माना जा रहा है कि एक यहूदी त्योहार की वजह से निर्माण की शुरुआत ढीली रही. इस्राएल के आवास मंत्री आरिएल आतियास ने कहा है कि यह एक सांकेतिक शुरुआत है. उन्होंने कहा कि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि रक्षा मंत्री एहुद बराक नए निर्माण की अनुमति देंगे या नहीं. इससे पहले इस्राएली प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतान्याहू ने यहूदी बाशिंदों से अपील की थी कि वे बस्तियों के निर्माण के मामले में संयम दिखाएं.
इस बीच उग्र यहूदी बाशिंदों के गिरोहों ने कहा है कि अगले हफ्तों में फलस्तीनी क्षेत्र में दो हजार नए मकान बनाए जाएंगे. निर्माण पर रोक के दौरान भी उन मकानों का निर्माण नहीं रुका था, जहां काम शुरू हो चुका था. इस्राएली सरकारी आंकड़ों के अनुसार रोक के दौरान वहां लगभग 2,400 मकान बनाए गए.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: ए कुमार