बिन हम्माम फीफा प्रमुख की दौड़ से हटे
२९ मई २०११बिन हम्माम ने अपनी वेबसाइट पर उम्मीदवारी वापस लेने का एलान किया. एशियाई फुटबॉल संघ के अध्यक्ष बिन हम्माम फीफा के मौजूदा अध्यक्ष जोसेफ ब्लाटर के खिलाफ मैदान में उतरने वाले थे. बिन हम्माम पर आरोप हैं कि वह चुनाव जीतने के लिए सदस्यों को रिश्वत दे रहे थे.
बिन हम्माम और फीफा के एक उपाध्यक्ष जैक वार्नर के खिलाफ फीफा की कमेटी जांच कर रही है. दोनों रविवार को सुनवाई में पेश होंगे. बिन हम्माम ने अपनी वेबसाइट पर कहा, "जिस नाम को मैं इतना चाहता हूं, उसे दो लोगों की प्रतिद्वंद्विता के कारण धूल में नहीं मिलने दूंगा. खेल और दुनिया भर में उसे चाहने वाले सबसे ऊपर रखे जाने चाहिए. इसीलिए मैं अध्यक्ष पद के चुनाव से हट रहा हूं. मैं अपनी निजी महत्वाकांक्षा को फीफा की गरिमा और एकता से ऊपर नहीं रखूंगा."
बिन हम्माम के आग्रह पर ब्लाटर को भी फीफा की कमेटी के सामने पेश होना है. अपने पक्ष के बचाव की तैयारी करने के लिए ब्लाटर शनिवार को लंदन में चैंपियंस लीग के फाइनल के वक्त भी मौजूद नहीं थे. रिश्वत के आरोपों में सुनवाई से पहले वार्नर ने फुटबॉल सूनामी की चेतावनी दी.
अपनी वेबसाइट पर बिन हम्माम ने कहा, "मैंने फीफा के अध्यक्ष पद का चुनाव इसलिए लड़ने का फैसला किया क्योंकि मैं फीफा के अंदर बदलाव चाहता था. मैंने अपने लक्ष्य और महत्वाकांक्षा साफ तौर पर तय किए ताकि फीफा के अंदर लोकतंत्र को मजबूत किया जा सके."
बिन हम्मान ने समर्थन के लिए वार्नर को धन्यवाद दिया, लेकिन कहा, "अफसोस की बात है कि उन्हें मेरी वजह से परेशानी उठानी पड़ रही है. लेकिन मैं उन्हें भरोसा दिलाता हूं कि मैं हमेशा उनके साथ रहूंगा."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः आभा एम