मां, माटी और मानुष की जीत: ममता बनर्जी
१३ मई २०११चुनावों के नतीजे आने के बाद बड़ी तादाद में समर्थक उन्हें बधाई देने के लिए उनके घर के सामने जमा हो गए. इस विशाल भीड़ को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा, "यह लोकतंत्र की जीत है. मां माटी और मानुष की जीत है."
ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के गठबंधन ने 34 साल लंबे वाम दलों के शासन को खत्म करने में कामयाबी पाई है. उन्होंने कहा, "यह 35 साल की ज्यादतियों और दमन पर लोगों की जीत है. बंगाल और भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लोग इस नतीजे का इंतजार कर रहे थे. हम उन सभी के आभारी हैं."
ममता जानती हैं कि लोगों को उनसे भारी उम्मीदें हैं. और इसका संकेत उन्होंने पहली बार बोलते हुए ही दे दिया. उन्होंने कहा, "हम अच्छा शासन और प्रशासन देंगे. निरंकुशता नहीं. हम लोकतंत्र की जीत देखना चाहते हैं. ज्यादतियां बंद होंगी. लोगों की इच्छा पर काम होगा."
फिलहाल केंद्र में रेल मंत्री बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में लोकतंत्र वापस लाएगी और एक पार्टी के प्रभुत्व का अंत होगा. 54 साल की तृणमूल नेता ने कहा, "यह जीत लंबे संघर्ष के बाद हासिल हुई है. यह आजादी की लड़ाई जैसा है."
ममता बनर्जी ने बताया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हें फोन करके जीत की बधाई दी है.
इतने साल बाद राज्य में सत्ता के बदलाव के बाद राजनीतिक हिंसा की आशंका जाहिर की जा रही है. इसलिए ममता बनर्जी ने अपने समर्थकों से जीत का जश्न शांति से मनाने को कहा.
रिपोर्टः पीटीआई/वी कुमार
संपादनः ए कुमार