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युवराज की जगह खेल सकते हैं रैना

१७ जुलाई २०११

सुरेश रैना की तुलना में युवराज सिंह के पास भले ही ज्यादा अनुभव हो लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में पलड़ा रैना के हक में झुकता नजर आ रहा है. 21 जुलाई को पहले टेस्ट में युवराज के बजाए रैना टीम में आ सकते हैं.

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तस्वीर: AP

युवराज सिंह की तरह सुरेश रैना भी बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं लेकिन उनसे पांच साल छोटे हैं. हाल के दिनों में रैना ने बढ़िया बल्लेबाजी की है और उनका प्रदर्शन स्थायी रहा है. इसी के परिणामस्वरूप लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर युवराज की जगह उन्हें मौका दिए जाने की संभावना है. करीब नौ साल से क्रिकेट खेल रहे युवराज अब तक लॉर्ड्स में टेस्ट मैच नहीं खेल पाए हैं.

वर्ल्ड कप फाइनल के अलावा लॉर्ड्स में भारत ने एक और यादगार जीत हासिल की है. 2002 नैटवेस्ट ट्रॉफी में इंग्लैंड ने भारत के सामने 326 रन का लक्ष्य रखा. युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ की बेहतरीन पारियों की बदौलत भारत ने इंग्लैंड को शिकस्त दी जिसके बाद लॉर्ड्स मैदान में ड्रेसिंग रूम की बालकनी से अपनी टीशर्ट उतारकर उसे हवा में लहराया. वह नजारा आज भी क्रिकेट प्रेमियों के मन में ताजा है.

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तस्वीर: UNI

उस मैच में 69 रन की पारी खेलने वाले युवराज इससे पहले लॉर्ड्स में खेले गए एक अन्य मैच में 64 रन ठोंक चुके हैं और उस मैच में भी भारत ने इंग्लैंड को 6 विकेट से हराया था. युवराज सिंह ने इस वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन किया और 90 रन की औसत से 362 रन बनाए. साथ ही उन्होंने 15 विकेट भी झटके.

सुरेश रैना ने भी टीम में अपना स्थान पक्का करने के लिए काफी मेहनत की है. पहले समझा जाता था कि शॉर्ट पिच गेंदों के सामने सुरेश रैना का आत्मविश्वास डोल जाता है. 2010-11 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में रैना सिर्फ पांच और एक रन ही बना पाए और उन्हें अन्य दो टेस्ट मैचों से बाहर कर दिया गया. लेकिन कड़ी मेहनत के बाद रैना अब एक नए बल्लेबाज नजर आ रहे हैं.
युवराज सिंह को लंबे समय तक टेस्ट मैच के लिए टीम का अहम हिस्सा नहीं समझा गया. साल 2006 शायद इसका अपवाद है जब युवराज ने नौ टेस्ट मैच खेले जिसमें वह सिर्फ 391 रन ही बना पाए. युवराज सिंह पर कई बार आरोप लगे कि उनका ध्यान पार्टियों में ज्यादा और क्रिकेट पर कम हो रहा है जिसके चलते टीम से उन्हें बाहर कर दिया गया. लेकिन खुद को साबित करते हुए एक बार फिर वह टीम में लौटे.

उनके टीम से बाहर होने के चलते ही सुरेश रैना को पिछले साल श्रीलंका में पहला टेस्ट खेलने का मौका मिला. इस साल वर्ल्ड कप के बाद युवराज को सांस लेने में दिक्कत के चलते वेस्ट इंडीज दौरे से बाहर रखा गया. अब इंग्लैंड दौरे के लिए फिर से युवराज के बजाए सुरेश रैना को शामिल करने की सुगबुगाहट है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ईशा भाटिया

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