शानदार शतकों से शुरुआत
४ नवम्बर २०१०गौतम गंभीर के साथ पारी की शुरुआत करने आए वीरेंद्र सहवाग ने आगाज तो ऐसे किया कि लगा किसी और को कुछ करने का मौका ही नहीं मिलेगा. न्यूजीलैंड के गेंदबाज 84 गेंदों तक उन्हें एक बार भी चकमा नहीं दे पाए. सहवाग का बल्ला चलता रहा और रन बनते रहे सामने वाला खिलाड़ी भी बस उनका साथ देने के लिए खड़ा रहा. रन बनाते बनाते सहवाग थक गए तो रनर बुला लिया लेकिन भूख नहीं मिटी. हालांकि इसी थकावट ने उनकी पारी रोक दी और वो वेटोरी की एक आसान गेंद पर आउट हो गए. तब तक वीरू के बल्ले से 173 रनों की बौछार हो चुकी थी. इनमें 24 चौके और एक छक्का शामिल हैं. ये कारनामा करने के लिए सहवाग ने कुल 199 गेंदो का सामना किया.
सहवाग के साथ आए गौतम गंभीर 12वें ओवर तक टिके और फिर 21 रनों के स्कोर पर आउट हो गए. इसके बाद आए राहुल द्रविड़ ने भी धीरे धीरे ही सही लेकिन अपना शतक आज ही पूरा कर लिया. 104 रन बनाने के लिए उन्होंने 227 गेंदों का सामना किया. इसके बाद आए वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर संभल संभल कर खेल रहे हैं. दिन का खेल खत्म होने तक तेंदुलकर 13 और लक्ष्मण 7 रन बनाकर खेल रहे थे. मेहमान खिलाड़ी आज बस सहवाग, गंभीर और द्रविड़ को ही आउट कर पाए. सबसे सफल गेंदबाज रहे राइडर जिन्होंने महज 44 रन देकर गंभीर को आउट कर दिया. उनके अलावा विटोरी और मार्टिन ने एक एक विकेट लिया. नए खिलाड़ी बेनेट और विलियम्सन को आज कोई सफलता नहीं मिल सकी. सबसे खराब हालत रही जे एस पटेल की जो 79 रन देने के बादवजूद कोई सफलता हासिल नहीं कर सके.
भारत के लिए कमजोर कड़ी सिर्फ गौतम गंभीर साबित हुए जो महज 21 रनों पर ही आउट हो गए. मैच के बाद टीवी चैनल नियो क्रिकेट से बात करते हुए सहवाग ने कहा,"अगर हम नंबर वन बने रहना चाहते हैं, और ज्यादा टेस्ट मैच जीतना चाहते हैं तो हमें गेंदबाजों को 20 विकेट लेने के लिए ज्यादा वक्त देना होगा."
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः उ भ