समान और स्वतंत्र हैं सभी लोग
१९ जून २०११विज्ञापन
विकासशील देशों में पानी, जमीन और कम संसाधनों की कमी हो रही है. गरीब देशों में हालात बहुत बेहतर नहीं हुए हैं बल्कि कई जगह तो और खराब हो गए है. कमजोर और सामाजिक तौर पर पिछड़े हुए लोग इस दौड़ में कई हाशिए पर रह जाते हैं. उन्हें अलग, अकेले किनारे कर दिया जाता है. कई बार उन्हें हिंसा का भी शिकार होना पड़ता है. उनकी तलाश होती है सम्मानजनक काम की जो उनके परिवार को पाल सके, एक ऐसी जगह की जहां वे आराम से रह सकें. मानवाधिकार से जुड़े मुद्दों पर डॉयचे वेले ग्लोबल मीडिया फोरम का आयोजन कर रहा है. एक खास पेशकश.