सीरिया में 120 सुरक्षाकर्मी मारे गएः सरकारी टीवी
७ जून २०११यह घटना जिस्र अल सुगुर शहर की बताई जाती है. सरकारी टीवी के मुताबिक, "हथियारबंद गुट वास्तविक नरसंहार कर रहे हैं. उन्होंने शवों के साथ बरबर सलूक किया है और कइयों को अस्सी नदी में फेंक दिया गया है. उन्होंने सरकारी इमारतों को आग भी लगाई है." सरकारी टीवी की खबर के मुताबिक कुल 120 सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं जिनमें से 80 की मौत शहर के सुरक्षा मुख्यालय पर हुई. इस खबर में जिस्र अल सुगुर शहर की घटना की तारीख नहीं बताई गई है.
गृह मंत्री मोहम्मद इब्राहिम अल शार ने टीवी पर एक बयान में कहा कि आधिकारी इस घटना का मुंहतोड़ जवाब देंगे. उन्होंने कहा, "राष्ट्र सख्ती से कार्रवाई करेगा, पूरी ताकत और कानून के साथ. हथियारबंद हमले को देखते हुए हाथ पर हाथ रखे नहीं बैठा जाएगा." सोमवार को अपनी शुरुआती रिपोर्ट में राष्ट्रीय टीवी ने घात लगा कर किए गए हमले में 20 अधिकारियों के मारे जाने की बात कही. इसके मुताबिक, "पुलिस और सुरक्षा एजेंट सैंकड़ों हथियार बंद लोगों से मुकाबला कर रहे हैं. वे बंदूकधारियों के कब्जे वाले एक जिले को मुक्त कराने में सफल रहे हैं."
सेना में 'बगावत' हुई
वहीं साइप्रस से एएफपी को दो कार्यकर्ताओं ने बताया है कि जिस्र अल सुगुर सोमवार को शांत था. उनका कहना है कि शहर के सुरक्षा मुख्यालयों पर बगावत हो गई है जहां एक दिन पहले गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं. इनमें से एक ने कहा, "मुझे लगता है कि उन्होंने उन पुलिसकर्मियों को फांसी दे दी है जिन्होंने प्रदर्शकारियों पर गोली चलाने से इनकार कर दिया. सेना में बगावत हो गई है." दूसरे ने कहा, "सेना मुख्यालय पर धमाके की आवाजों के बाद गोलीबारी हुई. शायद यह विद्रोह होने के बाद हुआ."
इससे पहले रविवार को कम से कम 40 लोग मारे गए जिनमें 35 जिस्र अल सुगुर में मारे गए. यह बात लंदन स्थित एक सीरियाई मानवाधिकार संगठन के रामी अब्देल रहमान ने दी. उन्होंने कहा कि शहर में 27 आम लोग और आठ सुरक्षाकर्मी मारे गए. सुरक्षा बल इदीबी में प्रदर्शनों को सख्ती से दबाने में जुटे हैं.
मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि सीरिया में मार्च के मध्य में सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू होने के बाद से वहां 1,100 लोग मारे गए हैं जबकि 10 हजार सरकार विरोधियों को गिरफ्तार किया गया है. सीरियाई सरकार इन प्रदर्शनों के लिए 'हथियारबंद आतंकवादी संगठनों' और विदेशी एजेंटों को जिम्मेदार बताती है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एमजी