डायबिटिज के मरीज 30 साल में दोगुने हुए
२६ जून २०११ब्रिटेन के लांसट जर्नल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक शोधकर्ताओं की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ काम किया और पाया कि डायबिटीज के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. लांसट का कहना है कि दुनिया भर में डायबिटिज का शिकार बनने वाले लोगों की संख्या या तो बढ़ी है या फिर तीस सालों में उतनी ही रही है.
लंदन के इम्पीरियल कॉलेज और अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में रिसर्चरों ने 27 लाख लोगों से मिलने वाले आंकड़ों का बारीकी से अध्ययन किया और उसके आधार पर दुनिया भर की तस्वीर पेश करने की कोशिश की. शोधकर्ताओं का कहना है कि इस बीमारी से पीड़ित होने वाले लोगों की संख्या 15 करोड़ से बढ़कर 34 करोड़ हो चुकी है. डायबिटीज की समय रहते जांच करने और उसके सही इलाज की अपील की गई है.
भारत और चीन में बड़ी संख्या में डायबिटीज से पीड़ित लोग रहते हैं. डायबिटीज का शिकार बने 34 करोड़ लोगों में करीब 14 करोड़ भारत में रहते हैं. टाइप-2 डायबिटीज उन लोगों में खासकर देखने को मिलती है जो मोटापे से पीड़ित हैं और कसरत करने से भी जी चुराते हैं. रिसर्चरों के मुताबिक डायबिटीज आम बीमारी होती जा रही है.
डायबिटीज समय पर देखते रहने की व्यवस्था, वर्जिश करने और वजन को सामान्य रखने की जरूरत है. हालांकि यह माना गया है कि डायबिटीज आने वाले समय में दुनिया भर में स्वास्थ्य सेवाओं पर भार बनी रहेगी. जो लोग डायबिटीज से पीड़ित होते हैं उनमें ब्लड शुगर की कमी हो जाती है जिसके चलते दिल की बीमारी में कई जटिलताएं पैदा सकती हैं. किडनी को भी नुकसान हो सकता और व्यक्ति अंधा भी हो सकता है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार