तीसरे वनडे के साथ भारत ने सीरीज जीती
१२ जून २०११एंटीगा में खेले गए मैच में वेस्ट इंडीज ने भारत के सामने 226 रन का लक्ष्य रखा और भारत ने 22 गेंद रहते मैच जीत लिया. रोहित शर्मा ने 91 गेंदों में 86 रन की अपनी धमाकेदार पारी में 5 चौके और 2 छक्के लगाए. एक समय भारत की स्थिति नाजुक लग रही थी जब भारत ने 23 ओवर में 92 रन पर ही अपने 6 विकेट खो दिए.
लेकिन रोहित ने हरभजन सिंह के साथ सातवें विकेट के लिए 88 रन की अहम साझेदारी की और टीम को जीत के दरवाजे पर ला दिया. भारत को आखिरी 9 ओवर में 46 रन चाहिए थे और प्रवीण कुमार के बड़े शॉट खेलने से लक्ष्य आसान होता चला गया. हरभजन सिंह ने 41 रन और प्रवीण कुमार ने 25 रन का योगदान दिया.
इससे पहले वेस्ट इंडीज की ओर से आंद्रे रसेल ने 8 चौके और 5 छक्के लगाकर महज 64 गेंदों में 92 रन बना डाले. रसेल की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की बदौलत ही वेस्ट इंडीज 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 225 रन का स्कोर खड़ा कर पाया. भारत की ओर से अमित मिश्रा और मुनाफ पटेल ने किफायती गेंदबाजी करते हुए 3-3 विकेट झटके और वेस्ट इंडीज की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी. 30 ओवर में विंडीज 96 रन पर ही 7 विकेट खो चुका था लेकिन रसेल ने टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में मदद की.
वैसे वेस्ट इंडीज की पारी में दूसरे विकेट के लिए लेंडल सिमंस और रामनरेश सरवन में 45 रन की साझेदारी हुई लेकिन फिर भारत मैच पर हावी हो गया. मिश्रा की गेंदबाजी की बदौलत वेस्ट इंडीज की पारी ढहती हुई नजर आई. 15वें और 30वें ओवर के बीच में वेस्ट इंडीज के सिर्फ 31 रन बने जबकि उसके 6 विकेट आउट हो गए. इसके बाद रसेल ने पारी को संभाला और कार्ल्टन बाउ के साथ स्कोर आगे बढ़ाया.
इस मैच में जीत के साथ ही भारत को 5 मैच की सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त मिल गई है.
जीत के बाद भारतीय कप्तान सुरेश रैना ने कहा कि बल्लेबाजों ने कुछ खराब शॉट खेले लेकिन टीम को मैच में वापस लाने का श्रेय रोहित शर्मा और हरभजन सिंह को दिया जाना चाहिए. रैना के मुताबिक पिछले दो साल में रोहित ने स्थायी प्रदर्शन किया है और उन्हें उम्मीद है कि वह आने वाले मैचों में भी अच्छी बल्लेबाजी करेंगे.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: महेश झा