पाकिस्तान के बर्बर जवान हिरासत में
१० जून २०११वीडियो में साफ दिख रहा है कि कराची के एक पार्क में रेंजर्स के छह जवान एक युवक को घेरे हुए हैं. युवक उनके पांव पकड़कर माफी मांगने की कोशिश रहा है, गिड़गिड़ा रहा है. तभी युवक पर दो गोलियां चलती हैं. एक गोली टांग पर लगती है और युवक, "अस्पताल पहुंचा दो यार, अस्पताल पहुंचा दो यार" की विनती करता है. लेकिन मानवाधिकारों की धज्जियां उड़ाने वाले पाकिस्तानी रेंजर्स के जवानों को युवक की विनती से कोई फर्क नहीं पड़ा. लहूलुहान युवक ने एक दो बार उठने की कोशिश की और थोड़ी देर बाद दम तोड़ दिया.
मृतक की पहचान सरफराज शाह के रूप में की गई. उसे लूटपाट के आरोप में गैरकानूनी ढंग से पकड़ा गया. सरफराज के परिवार ने लूटपाट के आरोपों को रेंजर्स की मनगढंत कहानी बताया है. रेंजर्स ने पहले इस घटना को एक हथियारबंद अपराधी के साथ मुठभेड़ बताया. लेकिन वीडियो सामने आने के बाद रेंजर्स की बोलती बंद है. वीडियो के आधार पर साफ पता चल रहा है कि सरफराज निहत्था था.
सरफराज की हत्या के बाद कराची समेत पाकिस्तान के आम लोगों में भारी नाराजगी है. गुरुवार को सरफराज के अंतिम संस्कार में 300 लोग जमा हुए. मनावाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने बयान जारी कर पाकिस्तान सरकार से इस बारे में सफाई मांगी है. बयान में कहा गया है, "लोगों की हत्या के मामले में पाकिस्तान के कानून व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों का पुराना और चौंकाने वाला खराब रिकॉर्ड देखते हुए, यह अनिवार्य हो गया है कि प्रशासन इस केस की छानबीन करे और दोषियों को न्याय के कठघरे में लाया जाए."
प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पाकिस्तानी रेंजर्स के दक्षिणी सिंध प्रांत के डीजी मेजर जनरल एजाज चौधरी ने हत्याकांड को दुखद करार दिया है. उन्होंने जानकारी दी कि वीडियो में दिखाए गए सभी छह जवानों को हिरासत में ले लिया गया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: महेश झा