बिन हम्माम सस्पेंड, ब्लाटर बरी हुए
३० मई २०११रविवार को अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ (फीफा) की आचार संहिता कमेटी के अध्यक्ष पेट्रुस दामासेब ने बिन हम्मा, वार्नर और ब्लाटर के पक्षों को सुना. बुधवार को होने वाले फीफा अध्यक्ष पद के चुनाव में बिन हम्माम ब्लाटर को मुकाबला देने वाले थे, लेकिन उन्होंने अपनी जीत के लिए वोट खरीदने के आरोपों के बीच रविवार को ही अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली. वह ब्लाटर को चुनौती देने वाले अकेले उम्मीवार थे.
फीफा की बदनामी
ब्लाटर ने एक बयान में कहा, "फीफा की कमेटी ने अपना फैसला कर लिया है. मैं इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं कहना चाहूंगा. लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि पिछले कुछ दिनों, हफ्तों और महीनों में जो कुछ हुआ, वह अफसोसनाक है. इससे फीफा की बड़ी बदनामी हुई है."
कैरेबियन फुटबॉल यूनियन के दो सदस्यों डेबी मिगुएल और जेसन सिल्वेस्टर को भी बिन हम्माम और वार्नर का साथ देने के लिए निलंबित किया गया है. फीफा के महासचिव जेरोम वाल्के ने बताया कि अध्यक्ष पद का चुनाव निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक 1 जून को ही होगा. अब मैदान में ब्लाटर ही इकलौते उम्मीदवार हैं.
दामासेब ने कहा, "फुटबॉल में बिन हम्माम और वार्नर की भावी गतिविधियों पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगाया जाता है. मामले की पूरी तरह जांच की जाएगी. वे खुद पर आरोप लगाने वालों को जवाब दे सकते हैं. अहम बात यह सुनिश्चित करना है कि जांच पर किसी तरह का कोई प्रभाव न पड़े. इसीलिए हमने उनकी गतिविधियों पर अस्थायी रूप से रोक लगाई है. हम यह नहीं कहते कि वे दोषी हैं या निर्दोष है."
वोट खरीदने के आरोप
62 वर्षीय बिन हम्माम ने फैसले को नाइंसाफी बता कर इसकी आलोचना की है. कतर को 2022 के विश्व कप फुटबॉल की मेजबानी दिलाने में बिन हम्माम का बड़ा हाथ माना जाता है. अमेरिकी और कैरेबियाई क्षेत्र के फुटबॉल संघ कोनकेकैफ के महासचिव चक ब्लेजर ने त्रिनिडाड में 10 और 11 मई को होने वाली बैठक में कुछ संभावित गड़बड़ियों के आरोप लगाए.
बिन हम्माम और वार्नर पर आरोप हैं कि उन्होंने चुनाव में बिन हम्माम के समर्थन में वोट डालने के लिए 40,000 डॉलर देने की पेशकश की. ब्लाटर को इन दावों पर जवाब देने के लिए बुलाया गया कि वार्नर ने उन्हें कथित रूप से होने वाले भुगतान के बारे में पहले से ही बता दिया था. उन्होंने इससे इनकार किया जिसे फीफा की कमेटी ने मान लिया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एमजी